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तय वक्त में पूरी नहीं हो सकी #MeToo में फंसे राहुल जौहरी के खिलाफ जांच

बीसीसीआई के सीईओ के खिलाफ लगे हैं यौन शोषण के आरोप

FP Staff

यौन शोषण के खिलाफ चले अभियान #MeToo की चपेट में आए बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी के खिलाफ चल रही जांच तय वक्त पूरा होने के बाद पूरी नहीं हो सकी है. खबर है कि इस जांच कमेटी के मुखिया, रिटायर्ड जस्टिस राकेश शर्मा ने बोर्ड को चली रही सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासको की कमेटी यानी सीओए से जांच पूरी करने के लिए और वक्त मांगा है.

समाचार पत्र मुंबई मिरर की खबर के मुताबिक जांच कमेटी को यह वक्त दे भी दिया गया है लेकिन यह कितन दिन का वक्त है यह अभी पता नहीं चल सका है. इस कमेटी में दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन बरखा सिंह और मानवाधिकार वकील वीना गौड़ा शामिल हैं. हालांकि अब इस मसले पर किसी और की गवाही नहीं होगी.


रोहुल जौहरी के खिलाफ ट्विटर एक गुमनाम महिला ने टौन शोषण के आरोप लगाए थे. इसके बाद सीओए की सदस्य और पूर्व महिला क्रिकेटर डायना एडुलजी ने राहुल जौहरी को हटाने की वकालत की थी लेकिन सीओए के चीफ विनोद राय ने इस तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया.

इस कमेटी को जांच करके रिपोर्ट देने के लिए 15 दिन का वक्त दिया गया था जो गुरुवार को पूरा हो गया. इस कमेटी ने स्काइप के जरिए उस महिला से भी बात की जिसने राहुल जौहरी पर आरोप लगाए हैं. इसके अलावा कमेटी ने बोर्ड के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी, सीओए के सदस्यों के साथ साथ मुंबई के पूर्व कप्तान के साथ बात की है. राहुल जौहरी ने दो दिन में करीब 15 घंटे तक कमेटी के सामने अपनी सफाई पेश की है.