view all

Asian Games 2018 : फैंस की उम्मीदें दबाव नहीं जिम्मेदारी का एहसास कराती है - साक्षी मलिक

भारतीय स्टार रेसलर सुशील कुमार की अगुआई में 18 रेसलर जकार्ता में भारतीय चुनौती पेश करेंगे

FP Staff

कॉमनवेल्थ खेलों में देश पर सोने की बरसात करने वाले भारतीय रेसलर 18वें एशियन गेम्स में अपने इस प्रदर्शन को दोहराने के लिए तैयार हैं. भारतीय स्टार रेसलर सुशील कुमार की अगुवाई में 18 रेसलर जकार्ता में भारतीय चुनौती पेश करेंगे.

अपने नए प्रायोजक टाटा मोटर्स के आयोजित रवानगी समारोह में पहुंचे रेसलर्स ने बताया की उनकी तैयारी पूरी है और सभी 18 रेसलर्स गोल्ड हासिल करने के इरादे से ही उतरेंगे. तैयारियों के बारे में बात करते हुए बजरंग ने कहा, 'हम किसी एक विरोधी के हिसाब से तैयारी नहीं कर रहे हैं, हम नहीं जानते हैं हमारा मुकाबला किससे होगा. इसके बावजूद हमारी तैयारी पूरी है और हमें विश्वास है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे.'


भारत को साल 2016 के ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल दिलाने वाली साक्षी मलिक ने कहा है कि हरियाणा के रेसलर्स को अपने प्रदेश के लोंगो का बहुत समर्थन मिलता है जो उनकी सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने कहा, 'हरियाणा के हर एथलीट का सपना ओलिंपिक में गोल्ड हासिल करना है. वहां के हर बच्चे का पहला चुनाव खेल है.'

इस बार रेसलर्स को जनता के साथ-साथ टाटा का भी समर्थन हासिल है. टाटा  मोटर्स ने अगस्त में ही रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ तीन साल का करार किया है जिसमें वह रेसलर्स के साथ प्रिंसिपल स्पांसर के तौर पर काम करेगी. इस करार को लेकर खिलाड़ी काफी उत्साहित दिखाई दिए. बजरंग ने इस करार को ऐतिहासिक बताया और कहा कि अब उनकी बारी है कि वह मेडल जीत कर भरोसे पर खरे उतरे.

कॉमनवेल्थ गेम्स के शानदार प्रदर्शन के बाद फैंस रेसलर्स से गोल्ड मेडल की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन वो इससे दबाव नहीं मान रहे हैं, बल्कि एक जिम्मेदारी मानकर इसे पूरा करना चाहते है.