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Asia Cup 2018: पहली बार हुई टूर्नामेंट में सुपर ओवर की एंट्री

अब मुकाबला टाइ रहने की सूरत में सुपर ओवर से होगा विजेता का फैसला

Shailesh Chaturvedi

शनिवार से शुरू हो रहे एशिया कप में इस बार अगर फाइनल मुकाबला टाइ भी हो जाता है तो फिर भी कोई एक टीम ही विजेता बनेगी क्योंकि इस टूर्नामेंट में इस बार सुपर ओवर के नियम को भी शामिल कर लिया गया है.

सुपर ओवर का मतलब है कि अगर दोनों टीमों के बीच मुकाबला टाइ रहता है तो फिर विजेता का फैसला एक-एक ओवर के मैच से होगा. यानी अब किसी भी सूरत में एशिया कप में संयुक्त विजेता नहीं हो सकते हैं.


सुपर ओवर का प्रावधान पहले टी20 क्रिकेट में हुआ था बाद में इसे आईसीसी ने भी अपने टूर्नामेंट्स में अपना लिया. डेक्कल क्रोनिकल के मुताबिक एशिया कप की जो प्लेइंग कंडीशंस निर्धारित की गई हैं उनमें लिखा है, ‘ टाइ होने की सूरत में फैसला सुपर होवर से होगा और इस एक-एक ओवर को मैच का दर्जा देकर विजेता का ऐलान होगा. हालांकि इस एक-एक ओवर की टक्कर में खिलाड़ियों द्वारा बनाया गया स्कोर या विकेट्स उनके रिकॉर्ड में शामिल नहीं होंlगे.’

क्रिकेट के फैंस ने सुपर ओवर का पहला नजारा 2007 की टी20 वर्ल्ड कप में देखा था जब भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला टाइ रहने के बाद फैसला एक-एक ओवर के बॉल आउट से किय गया था. हालांकि अब जो सुपर ओवर अमल में लाया जाता है वह इससे अलग है और इसमें फैसला एक ओवर में बनाए गए रनों की आधार पर होता है.