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Asia cup 2018, Pakistan vs Afghanistan: खेली तो थी हीरो जैसी पारी, पर बना विलेन

अफगानिस्‍तान को काफी करीबी मुकाबले में पाकिस्‍तान के हाथों शिकस्‍त झेलनी पड़ी थी

FP Staff

पाकिस्‍तान ने अफगानिस्‍तान को एक रोमांचक मुकाबले में तीन गेंद शेष रहते हुए तीन विकेट से हराया. अफगानिस्‍तान ने हमशमुतुल्लाह शाहिदी ने नाबाद 97 रन और कप्‍तान अस्‍गर अफगान के 67 रन के दम पर पाकिस्‍तान के सामने 258 रन का लक्ष्‍य रखा, जिसे पाकिस्‍तान ने लड़खड़ाते हुए हासिल कर ही लिया. पूरे समय मुकाबला कभी अफगान टीम की ओर जाते दिख रहा था और पाकिस्‍तान की ओर और आखिर में पाकिस्‍तान ने तीन गेंद रहते बाजी मार ली. उस समय जरूर लगा अगर अफगान टीम कुछ रन और बना लेती है तो मैच उनके नाम होता न कि पाकिस्‍तान के नाम और यहीं पर अफगान टीम पाकिस्‍तान से नहीं बल्कि खुद के खिलाड़ी से ही हार गई.

दरअसल अफगान पारी की आखिरी दो गेंदें बची थी और स्‍ट्राइक पर थे गुलबदीन, वहीं हमशमुतुल्‍लाह नॉन स्‍ट्राइक पर खड़े थे. 50 ओवर की पांचवीं गेंद पर गुलबदीन ने विकेट के सामने शॉट खेला, जिस पर आसानी से दो रन लिए जाते. गुलबदीन ने एक रन पूरा किया और नॉन स्‍ट्राइक छोर पर पहुंचे और दूसरा रन लेने के लिए मुड़े, लेकिन तभी स्‍ट्र्राइक पर पहुंचे हमशमुतुल्‍लाह ने दूसरा रन लेने से मना कर दिया, जो अपने शतक से मात्र 3 रन दूर थे.


हमशमुतुल्‍लाह के इस रवैये इस कमेंटेटर तक को गुस्‍सा आ गया और कहा कि वह अपने शतक के लिए दूसरा रन नहीं ले रहे हैं. अगर हमशमुतुल्‍लाह दूसरा रन लेने तो स्‍ट्राइक उनसे छिन जाती और मैच की आखिरी गेंद का सामना गुलबदीन को करना पड़ता, जिससे उनका पहला वनडे शतक जड़ने का सपना अधूरा रह जाता और यहां हमशमुतुल्‍लाह के इस रवैये के कारण अफगान टीम को एक रन गंवा पड़ा.

खैर आखिरी गेंद का सामना करने के लिए स्‍ट्राइक पर हमशमुतुल्‍लाह थे और उन्‍हें शतक पूरा करने के लिए कम से कम तीन रन चाहिए थे, लेकिन आखिरी गेंद पर तो वह सिंगल तक नहीं ले पाए थे और अफगान की पारी 6 विकेट पर 257 रन बना पाई. हालांकि एक समय संकट में घिरी अफगान पारी को हमशमुतुल्‍लाह ने ही संभाला था और चुनौती पूर्ण स्‍कोर तक पहुंचाया था.