बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप के सुपर फोर मुकाबले में भारत को मिली आसान जीत में भले ही रोहित शर्मा का बड़ा हाथ हो, लेकिन इस मुकाबले में शिखर धवन छाए रहे. 40 रन की पारी खेलने से पहले ही धवन ने अपने अंदर छुपे गब्बर को चार बार बाहर निकाला और 14 साल बाद किसी भारतीय खिलाड़ी की ऐसी फील्डिंग देखने को मिली. इंग्लैंड दौरे पर फ्लॉप रहने के बाद से धवन को आलोचनाओं को सामना करना पड़ा, लेकिन वहां से लौटने के बाद एशिया कप में वह शुरुआती मैच से छाए रहे. शतक के बाद एशिया कप में दिखने वाले अपने रवैये की झलक दी और इसके बाद लगातार उनके बल्ले से रन निकल रहे हैं, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ धवन बल्ले से ही बल्कि फील्डिंग करते समय छाए रहे. इस मैच में धवन ने चार कैच लपके, जो 14 साल बाद किसी वनडे मैच में पहली बार किसी भारतीय फील्डर ने किया है. उनसे पहले 2004 में वीवीएस लक्ष्मण ने एक ही मैच में 4 कैच लिए थे.
गौरतलब है कि वनडे क्रिकेट के इतिहास में किसी एक मैच में सबसे ज्यादा कैच करने का रिकॉर्ड जोंटी रोड्स के नाम हें, जिन्होंने एक मैच में 5 कैच लिए थे. ओवरऑल वनडे क्रिकेट देखा जाए तो वह एक पारी में चार कैच लेने वाले सातवें भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. उनसे पहले सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, राहुल द्रविड़, मोहम्मद कैफ और वीवीएस लक्ष्मण ऐसा कर चुके हैं.
शिखर धवन ने पहला कैच में बुमराह की गेंद पर बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज नजमुल का, दूसरा कैच जडेजा की गेंद पर शाकिब अल हसन, तीसरा कैच बुमराह की गेंद मेंहदी हसन मिर्जा और चौथा कैच बुमराह की गेंद पर मुस्तफिकुर रहमान का लपका. इनमें से मेंहदी हसन का कैच लपकना एक बड़ी सफलता रही, क्योंकि मेंहदी हसन बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे और अपने अर्धशतक के करीब थे, लेकिन बुमराह की गेंद पर धवन ने 42 रन पर उनका कैच लपका.