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Asia cup 2018, IND vs AFG: 6 से अधिक रन रेट होने के बावजूद एक रन के लिए तरसी भारतीय टीम

अफगान टीम ने 253 रन का लक्ष्य दिया था, लेकिन भारतीय टीम 252 रन ही बना सकी और मैच टाइ रहा

Kiran Singh

जीत के लिए भारत को चार गेंदों पर तीन रन की जरूरत, नौ विकेट गिर चुके हैं. रविन्द्र जडेजा और खलील अहमद क्रीज पर, जडेजा ने सिंगल लिया और स्ट्राइक खलील अहमद को दीं अब टीम को 3 गेंदों पर दो रन चाहिए थे...क्या खलील सिंगल ले पाएंगे..., रन आउट हो गए तो...यही सब बाते चलने लगी थी क्रिकेट प्रेमियों के दिमाग में,  खलील ने सिंगल लिया और स्कोर 252 किया, यानी अफगानिस्तान के स्कोर के बराबर, इसका एक मतलब यह भी कि यहां पर भारत की हार टल चुकी है. अब जीत के लिए दो गेंदों पर 1 रन की जरूरत थी, जडेजा स्ट्राइक पर थे, मतलब अब तो भारत को जीत मिल ही जाएगी, लेकिन यह क्या राशिद ने जडेजा को नाजीबुल्लाहा के हाथों कैच करवाकर भारत को जीत का वह एक रन बनाने ही नहीं दिया और इसी टाइ मैच के साथ अफगानिस्तान की इस एशिया कप से साथ विदाई भी हो गई.

 


यहां से जाते- जाते अफगान टीम के मन में एक बात जरूर चल रही होगी, वो यह कि काश एक रन और बना लेते तो जो हार पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ सुपर फोर में करीबी मुकाबले में मिली थी, भारत पर जीत से उसकी भरपाई हो जाती. भारत जिसने इन सभी टीमों को आसानी से हराया और अफगानिस्तान जिसे इन टीमों ने काफी करीबी मुकबाले में हराया. खैर यह सब बातें काश में ही रह गई. भारत फाइनल में पहुंच गया और अफगानिस्ता ने सबके दिलों को जीतते हुए घर वापस जाएगी. अफगान टीम ने मोहम्मद शहजााद के 124 रन के दम पर 8 विकेट पर 252 रन बनाए, जवाब में भारत की पूरी टीम 252 रन पर ही आॅल आउट हो गई.

अच्छी शुरुआत के बाद बिखरी टीम इंडिया

जब अंबाती रायडु और केएल राहुल क्रीज पर थे, उस समय भारत को 4.69 प्रति ओवर रन की जरूरत थी, लेकिन उस समय भारतीय टीम की रनरेट 6 से उपर ही चल रही थी, 110 रन पर पहला विकेट गिरने के बाद रन रेट धीमी जरूर हुई, लेकिन फिर भी 5 से 6 के बीच में ही थी, इसके बावजूद भारतीय टीम एक रन के लिए तरस गई और टाइ से संतोष करना पड़ा. केएल राहुल (60) और अंबाती रायडु (57) शतकीय साझेदारी कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई, लेकिन रायडु का विकेट गिरने के कुछ देर बाद केएल राहुल भी पवेलियन लौटे गए. रायडु को मोहम्मद नबी ने नाजीबुल्लाहा के हाथों कैच करवाया और इसके बाद राशिद ने राहुल को एलबीडब्ल्यू किया.

 

दोनों ओपनर्स में वापस पवेलियन लौटने के बाद भारत की रन गति भी थोड़ी धीमी हाक गई.हालांकि दिनेश कार्तिक (44) ने महेन्द्र सिंह धोनी 8 के साथ इस गति को बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन धोनी भी उनका ज्यादा साथ नहीं पाए और जावेद अहमदी की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. धोनी के बाद पांड्या 8 के रूप में भारत को चौथा झटका लगा. इसके  बाद केदार जाधव (19) ने दिनेश कार्तिक का कुछ समय के लिए साथ दिया, लेकिन 204 रन के स्कोर पर जाधव रन आउट हो गए और उसके बाद दिनेश कार्तिक भी अपना नबी की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. भारत ने 205 रन के स्कोर पर 6 विकेट गंवा दिए थे और एक समय संकट में पड़ गई थी. कार्तिक ने बाद 226 रन पर दीपक चाहर आफताब आलम की गेंद पर बोल्ड हो गए। एक छोर पर तो रविन्द्र जडेजा (25) टिके हुए थे, लेकिन दूसरे छोर पर उनको साथ नहीं पा रहा था. कुलदीप रन आउट हो गए और यहां से मैच का रुख भी बदलने लगा. कुलदीप के तुरंत बाद सिद्धार्थ कौल भी रन आउट हो. अब जिम्मेदारी जडेजा और खलील अहमद पर आ गई थी और भारत को जीत के लिए 2 गेंदों पर 1 रन चाहिए था, लेकिन विकेट हाथ में सिर्फ एक ही था और राशिद खान के आखिरी ओवर में जडेजा नाजीबुल्लाहा को कैच थमा बैठे .

लड़खड़ाकर संभली अफगान टीम

मोहम्मद शहजाद और जावेद अहमदी ने मिलकर अफगान टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई दी, लेकिन 65 रन पर अहमदी के रूप में पहला विकेट गिरते ही अफगान पारी लड़खड़ा गई और 82 रन पर चार विकेट हो गए, लेकिन शहजाद ने जावेद अहमादी (05) के साथ पहले विकेट के लिए 65 करने के बाद गुलबदिन नैब (15) के साथ पांचवें विकेट के लिए 50 और नबी (64) के साथ छठे विकेट के लिए 48 रन जोड़कर टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक बढ़यां शहजाद ने 124 रन की बड़ी पारी. इस बीच उन्हें सिद्धार्थ कौल की गेंद पर जीवनदान भी मिला. जब मिड आॅफ पर अंबाती रायुडू ने उनका कैच टपका दिया और दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने एक रन के साथ 36 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. दूसरे छोर से साथ न मिलने के बाद शहजाद को गुलबदिन नैब के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला.

शहजाद ने जडेजा की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का और फिर एक रन के साथ 19वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया. शहजाद ने चाहर की गेंद पर चौके के साथ 88 गेंद में अपने करियर का पांचवां शतक पूरा किया. टेस्ट खेलने वाले किसी शीर्ष देश के खिलाफ यह शहजाद का पहला शतक है. गुलबदिन हालांकि चाहर के इसी ओवर में डीप बैकवर्ड स्क्वायर में केदार जाधव को कैच देकर इस तेज गेंदबाज का पहला इंटरनेशनल शिकार बने. इसके बाद नबी ने शहजाद का साथ दिया और स्कोर 180 रन तक ले गए और यहां शहजाद ने केदार जाधव की गेंद पर काफी उंचा शॉट लेकर दिनेश कार्तिक को कैच थमा बैठे. शहजाद के बाद नबी ने टीम को सम्मानजनक तक पहुंचाया.