क्रिकेट की दुनिया को अपने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए हिला देन वाली अल जजीरा की डॉक्युमेंट्री में भारतीय टीम का भी एक मुकाबला शामिल है. यह टेस्ट भारत औॅर इंग्लैंड के बीच 2011 में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला गया था.
अल-जजीरा ने रविवार को डॉक्यूमेंट्री में दावा किया है कि इस मैच में स्पॉट फिक्सिंग हुई और इसमें इंग्लैंड के खिलाड़ी शामिल थे. हालांकि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने इसे सिरे से नकार दिया है.
इस मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में आठ विकेट पर 474 रन बनाए थे जिसके जवाब मेों भारतीय टीम 286 रन पर ऑल आउट हो गई. इसके बाद िंग्लैंड ने दूसरी पारी में 269 रन बनाए और टीम इंडिया चौथी पारी में बस 261 रन ही बना सकी और 196 सो वह मुकाबला हार गई.
अल जजीरा की इस डॉक्युमेंट्री से क्रिकेट की दुनिया में खलबली मची हुई है.सिर्फ इंग्लैंड ही नहीं ऑस्ट्रेलिया के कई खिलाड़ियों पर भी स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगाए गए हैं. आईसीसी के रडार पर चल रहे कथित मैच फिक्सर अनील मुनवर ने दावा किया है कि 2011 से 2012 के दौरान छह टेस्ट, छह वनडे और तीन वर्ल्ड टी20 मैचों में फिक्सिंग हुई.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों को पूरी तरह गलत बताया है. जल्द ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड इस पर बयान जारी कर सकता है.
इस डॉक्यूमेंट्री का नाम 'क्रिकेट के मैच फिक्सर्स: द मुनवर फाइल्स' है. बताया गया है कि 2011 में भारत-इंग्लैंड के बीच खेला गया लॉर्ड्स टेस्ट, इसी साल हुआ साउथ अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया का केपटाउन टेस्ट भी शक के दायरे में है. 2011 वर्ल्ड कप के पांच मैच और 2012 में श्रीलंका में हुए वर्ल्ड टी20 में तीन मैच में भी फिक्सिंग का दावा किया गया है. डॉक्यूमेंट्री में 2012 में यूएई में इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच हुए तीन टेस्ट मैचों में हुई सफल स्पॉट फिक्सिंग का भी जिक्र किया गया है.