पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद बीसीसीआई ने भी पाकिस्तानी क्रिकेट पर एक सर्जिकल स्ट्राइक करने की प्लानिंग बनाई थी लेकिन बाद में इसे अमल में नहीं लाया गया. समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इस आतंकी हमले के बद देश भर में बने पाकिस्तान विरोधी माहौल के मद्देनजर बीसीसीआई ने इस पहलू पर भी विचार किया था कि क्यों ना पाकिस्तान सुपर लीग यानी पीएसएल में खेलने वाले विदेशी क्रिकेटर्स को आईपीएल या पीएसएल में से किसी एक टूर्नामेंट में खेलने विकल्प नोटिस दिया जाए,
हालांकि बाद में सुप्रीम को कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति यानी सीओए ने तमाम पहलुओं पर विचार करने के बाद इस फैसला को नहीं लिया. खबर के मुताबिक इस फैसले में इस बात पर भी गौर किया गया कि इससे आईपीएल की टीमों को हित प्रभावित हो सकते है जिन्होंने भारी-भरकम रकम खर्च करके इन खिलाड़ियों को खरीदा है.
साउथ अफ्रीका के एबी डिविलियर्स, वेस्टइंडीज के ड्वेन ब्रावो, सुनील नरैन कार्लोस ब्रेथवेट के अलावा कॉलिन इनग्रैम और आंद्रे रसैल ऐसे खिलाड़ी हैं जो आईपीएल की रौनक बढ़ाने का साथ साथ पीएसएल में भी खेलते हैं.
बीसीसीआई ने पाकिसतान को इंटरनेशनल क्रिकेट से अलग-थलग करने के लिए आईसीसी से गुजारिश भी की है और इसी साल इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने का फैसला भारत सरकरा पर छोड़ दिया है.