इसी साल मार्च में साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में बॉल टेंपरिंग की घटना के बाद उसके गुनहगार स्टीव स्मिथ ने महीनों बाद अपनी खामोशी तोड़ी है. उस वक्त साउथ अफ्रीका से ऑस्ट्रेलिया वापस आते ही आंसुओं के साथ प्रैस कॉन्फ्रेंस करने के बाद पहली बार स्मिथ ने इस मसले पर बात की है.
इस प्रैस कॉन्फ्रेंस में जब स्मिथ से गेंद से छेड़छाड़ करने के मामले के बाद के नौ महीनों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मुश्किल दौर था लेकिन उन्होंने इस तरह की परिस्थितियों से पार पाना सीखा.
स्मिथ ने कबूला कि उनके बास इसे रोकने का मौका था लकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘‘कमरे में जो हो रहा था मेरे पास उसे रोकने का मौका था लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. वह बाहर तक पहुंच गया और मैदान में घटना घटित हो गई. मेरे पास यह कहने का मौका था कि मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता था. यह मेरी नेतृत्वक्षमता की नाकामी थी और मैं उसकी जिम्मेदारी लेता हूं,’
इस घटना के बाद स्मिथ की कप्तानी जाने के साथ-साथ उन पर 12 महीने की पाबंदी भी लगी. इस दौरान उन्होंने कुछ टी20 लीग्स में हिस्सा भी लिया लेकिन वह बांग्लादेश प्रीमियर लीग में चाह कर भी हिस्सा नहीं ले सके.
अब स्मिथ और उनके साथी उप कप्तान डेविड वॉर्नर पर लगी पाबंदी मार्च, 2019 में यानी आईपीएल से पहले खत्म हो जाएगी. आईपीएल में स्मिथ राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा है और उन्हें भरोसा है कि वह आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले फिर से अपनी पुरानी लय में लौट सकते हैं.
(With Agency Input)