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कोहली के बयान पर बरसा यह एक्टर, 'किंग कोहली' बने रहने के लिए दी सलाह

फैंस ने कोहली के दो साल पुराने ट्वीट पर कहा कि उन्हें जर्मनी चले जाना चाहिए

FP Staff

विदेशी खिलाड़ियों को पसंद करने पर देश छोड़ने की सलाह देने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली विवादों के फंसते जा रहे हैं. उनके इस बयान के बाद प्रशंसकों के साथ फिल्म इंस्ट्रटी में भी आलोचनाएं होने लगी है. दुनिया के इतने बड़े खिलाड़ी के मुंह से ऐसा बयान सुनकर हर किसी को झटका भी जरूर लगा है. जिसके बाद से हर कोई कोहली को सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा. अब इस कतार में रंग बसंती फेम एक्टर सिद्धार्थ भी शामिल हो गए है.

टॉलीवुड के इस स्टार ने ट्वीट करके कोहली के कमेंट को मूखर्तापूर्ण शब्द कहे हैं. सिद्धार्थ ने कहा कि यदि आप किंग कोहली बने रहना चाहते हो तो भविष्य में कुछ बोलने से पहले ये सीखने का समय आ गया है कि द्रविड़ क्या कहेंगे? एक भारतीय कप्तान ने कैसे मूर्खतापूर्ण शब्द कहे. क्रिकेट के कमेंटेटर हर्षा भोगले ने कहा कि कोहली का बयान बुलबुले का प्रतिबिंब है, जिसमें ज्यादातर लोकप्रिय लोग फिसल जाते हैं या मजबूर हो जाते हैं. यह बबल काफी आरामदायक होता है और यही कारण है कि आखिर क्यो जाने माने लागे इसे बनने से रोकने के लिए काफी कोशिश करते हैं.

वहीं सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस ने विराट कोहली को दो साल पुराना ट्वीट लेकर उन्हें एक बार फिर टार्गेट बनाने लगे. 30 जनवरी 2016 में कोहली ने महिला टेनिस खिलाड़ी एंजोलिक कर्बर को आॅस्ट्रेलियन ओपन जीतने पर बधाई दी थी औश्र कहा कि कर्बर उनकी पसंदीदा महिला टेनिस खिलाड़ी है.

बस फिर क्या था, फैंस को ट्रोल करने का एक और कारण मिल गया और अब कोहली को ट्वीट करके लोग उनसे पूछ रहे कि उन्हें जर्मनी चले जाना चाहिए, क्योंकि उनकी पसंदीदा खिलाड़ी सानिया मिर्जा न होकर कोई और विदेशी हैं. गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कोहली एक फैन (प्रशंसक) को देश छोड़ने की सलाह देते दिखाई दे रहे हैं.

वह कह रहे हैं कि जो लोग अंग्रेज और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खेलते देखना ज्यादा पसंद करते हैं उन्हें देश में नहीं रहना चाहिए.एक खबर के अनुसार अपने हाल दी में लांच हुए ऐप में मौजूद एक विडियो में विराट कोहली मोबाइल में ट्वीट और इंस्टाग्राम मैसेज पढ़ते दिख रहे हैं. उन्हें एक फैन ने लिखा कि वह एक ओवरेटेड बल्लेबाज हैं. उनकी बल्लेबाजी में कुछ भी खास नहीं लगता है. मुझे इन भारतीयों की तुलना में अंग्रेज और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खेलते देखने में अधिक आनंद मिलता है.