क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग पर अल जजीरा के किए स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि पांच इंटरनेशनल खिलाड़ी भारत से जुड़े टेस्ट मैच में स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थे. जिनमें से दो खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के और तीन खिलाड़ी इंग्लैंड के हैं. दोहा के चैनल में हालांकि इन पांचों खिलाड़ियों की पहचान को उजागर नहीं किया है , लेकिन उनका कहना है कि इन नामों को उन्होंने आईसीसी को भेज दिया है.
वहीं दूसरी तरफ पीटीआई की खबर के मुताबिक आईसीसी ने दावा किया है कि अल जजीरा स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों की जांच में उनका पर्याप्त सहयोग नहीं कर रहा है. आईसीसी ने अपने बयान में कहा कि चैनल के प्रसारकों से बात चल रही है, जिसने हमारा सहयोग करने और जानकारी साझा करने के लगातार आग्रहों को नकारा है, जिससे अब तक हमारी जांच में रुकावट पैदा हुई हैं.
गौरतलब है कि चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड उन टीमों में शामिल हो सकते हैं, जिन्हें पिछले दो वर्षों में मैच फिक्सरों ने प्रभावित किया है.
54 मिनट की डॉक्यूमेंटरी में तीन मैच संदिग्ध
चैनल ने स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा क्रिकेट मैच फिक्सर्स के नाम से 54 मिनट की डॉक्यूमेंटरी में किया, जिसमें उन्होंने भारत में खेले गए तीन मैचों पर स्पॉट फिक्सिंग का दाग लगा बताया है. चैनल के लिए इस स्टिंग को करने वाले डेविड हैरिसन के अनुसार इन तीन में से दो मैच भारत में खेल गए हैं. 2016 में 16 से 20 दिसंबर तक चेन्नई में खेला गया इंग्लैंड टेस्ट, 2017 में 16 से 20 मार्च तक रांची में खेला गया ऑस्ट्रेलिया टेस्ट और 2017 में 26 से 29 जुलाई तक गॉल में खेला गया श्रीलंका टेस्ट इससे प्रभावित है.
पूर्व रणजी क्रिकेटर को भी दिखाया गया डॉक्यूमेंटरी में
हालांकि डॉक्यूमेंटरी में किसी भारतीय इंटरनेशनल खिलाड़ी का जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन मुंबई के पूर्व रणजी खिलाड़ी रॉबिन मॉरिस, पाकिस्तान के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हसन राजा और दुबई बेस्ड भारतीय बिजनेसमैन गौरव राजकुमार और एक अन्य व्यक्ति को दिखाया गया है, जिसके तार माफिया दाउद इब्राहिम से जुड़े हैं. गौरतलब है कि हसन राजा ने 14 साल की उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण कर लिया था.
(फोटो साभार: अल जजीरा की स्टिंग ऑपरेशन की डाक्यूमेंटरी से ली गई है)