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आईपीएल की करोड़पति बीमा पॉलिसी का लुभावना विज्ञापन है डिविलियर्स का रिटायरमेंट

फीका ने 2011 में ही भविष्यवाणी कर दी थी कि आईपीएल में देश की टीम की तुलना महज सात हफ्ते में दस गुना मिलने वाले पैसे के कारण क्रिकेटर अपनी प्राथमिकताएं बदल देंगे

Jasvinder Sidhu

क्या कोई ऐसा क्रिकेटर भी है जो हिंदुस्तान में सचिन तेंदुलकर जैसा रुतबा रखता हो! हो सकता है कि कई प्रशंसकों को इस सवाल पर एतराज हो या फिर उन्हें गुस्सा आ जाए. वैसे इसका जवाब यूट्यूब पर मौजूद न जाने कितने ही वीडियो दे सकते हैं.

टेस्ट मैच हो या वनडे या फिर आईपीएल के ताबड़तोड़ मुकाबले, भारत के हर स्टेडियम में एबीडी...एबीडी...एबीडी... की चांटिंग या धुन एबी डिविलियर्स ने अपने हैरानी भरे खेल की बदौलत कमाई है.


इस बार की आईपीएल में कुछ असंभव पारियां खेलने और कई रोंगटे खड़े कर देने वाली फील्डिंग व कैच कब्जे में लेने के बाद डिविलियर्स ने हर तरह के क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. जाने से पहले उन्होंने कहा कि वह दूसरों के लिए जगह खाली करना चाहते हैं. यह अच्छी सोच है लेकिन आईपीएल खत्म होने के बाद इस तरह की दरियादिली पर सवाल खड़ा होता है. खासकर जब डिविलियर्स यह भी कह रहे हैं कि वह थक चुके हैं.

डिविलियर्स पहले क्रिकेटर नहीं हैं और न ही आखिरी होंगे, जिनके करियर के खात्मे पर आईपीएल का गहरा असर दिखाई देता है और जिन्होंने अभी क्षमता होते हुए भी अपनी राष्ट्रीय टीम को गुडबाय कह दिया. पिछले दो साल के दौरान आईपीएल के तुरंत बाद डिविलियर्स को तुरंत ही टेस्ट मैच नहीं खेलने पड़े. इसलिए यह कहना मुश्किल है कि आईपीएल के कारण उनके खेल पर कोई असर पड़ा. लेकिन वनडे क्रिकेट के उनके आंकड़े इस फैसले के कारण की तरफ इशारा करते दिखाई देते हैं.

2016 के आईपीएल से ठीक पहले डिविलियर्स ने फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज खेली. पांच वनडे मैचों की सीरीज के आखिरी मैच में उन्होंने 101 रन की नाबाद पारी खेलने के अलावा बाकी मैचों में 8, 0, 36 और 73 रन भी बनाए. आईपीएल के ठीक बाद जून में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में डिविलियर्स का स्कोर 31, 22, 39, 27 और 2 रन था.

2017 में फरवरी-मार्च में खेले दस वनडे मैचों में डिविलियर्स का दस वनडे में स्कोर 30, 3, 60 (नॉट आउट), 14, 37, 45, 85, 72 (नॉट आउट) और 23 था. आईपीएल के दसवें सीजन के तुरंत बाद मई-जून में डिविलियर्स ने इंग्लैंड, भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच खेले और उनमें उनका स्कोर 45, 52, 27, 4, 0 और 16 रहा.

जाहिर है कि आईपीएल जैसे धनकुबेर बनाने वाले टूर्नामेंट में अपना पूरा जिस्म फूंक कर रन बनाने वाले क्रिकेटर के खिलाफ अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए गिरावट के खेल पर सवाल कभी भी खड़े हो सकते हैं. डिविलियर्स अक्लमंद हैं और वह इस तरह की किसी बहस में नहीं पड़ना चाहते. लिहाजा उन्होंने नेशनल टीम के अलावा किसी भी तरह का क्रिकेट न खेलने की घोषणा की है.

डिविलियर्स की आईपीएल के तुरंत बाद रिटारमेंट के फैसले पर ज्यादा हैरानी भी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि श्रीलंका के तेज गेंदबाज लासित मलिंगा 2011 में 27 साल के थे जब उन्होंने आईपीएल की खातिर अपने देश के लिए टेस्ट मैच न खेलने का फैसला किया. इस कड़ी में डिविलियर्स का नाम ही नहीं हैं.

आईपीएल की थकान और उसके पैसे की बदौलत एंड्रयू फ्लिंटॉफ से शुरु हुआ सिलसिला जैक कैलिस , डेनियल विटोरी, मैथ्यू हैडन, एडम गिलक्रिस्ट और माइकल हसी जैसे दिग्गजों क्रिकेटरों की रिटायरमेंट के बाद भी थमा नहीं है.

फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (फीका) ने 2011 में ही भविष्यवाणी कर दी थी कि आईपीएल में देश की टीम की तुलना महज सात हफ्ते में दस गुना मिलने वाले पैसे के कारण क्रिकेटर अपनी प्राथमिकताएं बदल देंगे. वही हो रहा है.

शायद यही कारण है कि डिविलियर्स ने उस मुल्क के लिए शुक्राने को तौर पर आखिरी मैच खेलने के बाद क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला करने का नहीं सोचा, जिसने उसे सब कुछ दिया.

यह भी हो सकता है कि डिविलियर्स के लिए ऐसा करना इसलिए आसान रहा हो,  क्योंकि आईपीएल की टीम ने उन्हें भविष्य में बतौर मेंटर या कोच के रूप में मिलने वाली मोटी फीस का करार दिखा दिया हो! जाहिर है कि पहले से ही करोड़ों देने वाली आईपीएल रिटारमेंट में भी ऐसी ही रकम बीमा की तरह देती रहे तो देश के बारे में सोचना थोड़ा मुश्किल हो जाता है.