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ना दर्शक, ना शोर...आज से 19 साल पहले सन्नाटे में भिड़ीं थी भारत-पाकिस्तान की टीमें

1999 में भारत-पाकिस्तान टेस्ट मैच में सचिन के आउट होने से मचे बवाल के बाद दर्शकों को स्टेडियम में नहीं घुसने दिया गया था

FP Staff

क्रिकेट मैच में अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को चीयर करते फैंस उन्हें एक अलग ही तरह का उत्साह देते हैं. लेकिन सोचिए एक ऐसा मैच  जहां क्रिकेट देखने के लिए फैंस को ही स्टडियम में आने की अनुमति ना हो. वह भी भारत-पाकिस्तान जैसा हाइ वोल्टेज मुकाबला. ये बात 1999 के फरवरी माह की है जब 16 से 20 फरवरी तक कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन क्रिकेट मैदान में भारत और पाकिस्तान के बीच एशियन टेस्ट चैंपियशिप का मुकाबला खेला जा रहा था. आज इस बात को करीब 19 साल हो चुके हैं. लेकिन यह घटना आज भी सबके जहन में ताजा है.

इस टेस्ट में पाकिस्तान के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया था, लेकिन उसकी पहली पारी जवागल श्रीनाथ (5/46)  के समाने सिर्फ 185 रन पर ढेर हो गई थी. जबकि भारत ने अपनी पहली पारी में 223 रन बनाए थे. लेकिन दूसरी पारी में पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने जबरदस्त पलटवार किया और ओपनर सईद अनवर के 188 रन के सहारे 316 रन ठोक डाले. लिहाजा भारत के सामने जीत के लिए चौथी पारी में 279 रन का टारगेट था. इस मुश्किल चुनौती के समाने पारी के 43वें ओवर में सचिन तेंदुलकर नौ रन के स्कोर पर विवादास्पद तरीके से रन आउट हो गए थे, जो कि दंगे की वजह बन गया.


दरअसल, सचिन के क्रीज तक पहुंचने से पूर्व शोएब अख्तर उनसे टकरा गए थे. पाकिस्तान द्वारा अपील किए जाने पर थर्ड अंपायर ने तेंदुलकर को रन आउट दे दिया. हालांकि रिप्ले में साफ लग रहा था कि शोएब जान बूझकर सचिन से टकराए थे.

सचिन के रन आउट होने के बाद ईडन गार्डन में दंगे जैसी स्थिति हो गई थी. जगमोहन डालमिया और सचिन तेंदुलकर ने पुलिस के साथ मिलकर दर्शकों से शांति की अपील भी की थी, लेकिन इसके बाद भी बवाल नहीं थमा तो अंतिम दिन खाली स्टेडियम में मैच खेला गया था. भारत यह मुकाबला 46 रन से हार गया था. इस मैच में मोहम्म्द  अजहरुद्दीन भारत के तो वसीम अकरम पाकिस्तान के कप्तान थे.