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भारतीय टीम के नए जय-वीरू: ये जोड़ी है कमाल की

भारतीय क्रिकेट में अश्विन-जडेजा ने संभाली कुंबले-भज्जी की विरासत !

Lakshya Sharma

क्रिकेट में शुरुआत से एक कहावत है ‘बॉलर्स हंट इन पेयर्स’, इसका मतलब है कि दो गेंदबाज आपस में बल्लेबाजों का शिकार करते है. तेज गेंदबाजों में हमारे पास बहुत से उदाहरण है, लिली और थॉमसम, बॉथम और विलिस, वसीम- वकार, मैक्ग्रा- गिलेस्पी, वॉल्श- एम्ब्रोस और बहुत सी ऐसी जोड़ी मिल जाएंगी जिन्होंने आपस में विरोधी बल्लेबाजों के विकेट बांटे.

‘बॉलर्स हंट इन पेयर्स’ ज्यादातर तेज गेंदबाजों के लिए कहा जाता है. लेकिन भारतीय स्पिनर्स ने इस कहावत को अपने ऊपर पर लागू करवाया है. पहले हरभजन सिंह और अनिल कुंबले. जिन्होंने भारत के लिए ना जाने कितनी बार शानदार प्रदर्शन किया. 99 पारियों में लगभग 500 विकेट इन दो गेंदबाजों ने आपस में खेलते हुए हासिल किए है


भारत के महान स्पिनर अनिल कुंबले खुद मानते है कि भज्जी के बिना शायद वह इतनी सफलता हासिल नहीं कर पाते. क्योंकि हरभजन विरोधी बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखते थे, जिसके कारण मुझे ज्यादा विकेट मिल पाए.

कुंबले और हरभजन की जोड़ी के बाद ये जिम्मेदारी संभाली आर अश्विन और रवीन्द्र जडेजा ने. भारतीय टेस्ट ने पिछले कुछ समय में जो सफलता हासिल की है उसमें इन दो स्पिनर्स का महत्वपूर्ण योगदान है. अश्विन- जडेजा ने जिस तरह कुंबले- हरभजन की विरासत संभाली है. उससे हर भारतीय क्रिकेट फैंस खुश है.

भारत ने इंग्लैंड को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 4-0 से मात दी. इस शानदार प्रदर्शन में भी अश्विन- जडेजा की जोड़ी का महत्वपूर्ण योगदान है. अश्विन ने 5 मैचों में जहां 28 विकेट लिए तो जडेजा ने भी 26 विकेट झटके. इन दोनों ही स्पिनर्स के सामने अंग्रेज बल्लेबाज घुटने टेकते आए.

इन दोनों ने अब तक 18 मैच एक साथ खेले है. जिनमें करीब 200 विकेट दोनों ने मिलकर लिए है. इस दौरान अश्विन ने 108 विकेट लिए है. इन 18 मैच में उन्होंने 12 बार पारी में 5 विकेट और 4 बार मैच में 10 विकेट लिए.

गेंदबाजमैचविकेट 5 विकेट  10 विकेट  
अश्विन18108124
जडेजा189051

वहीं जडेजा ने अश्विन के साथ खेले 18 मैचों में 90 विकेट लिए हैं. इस दौरान सर जडेजा ने पारी में 5 विकेट 5 बार और पारी में 10 विकेट 1 बार लिया है.

मैचजीतहारड्रॉटाई
1814130

आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि जब जब अश्विन और जडेजा साथ में खेले है, उसमें भारतीय टीम सिर्फ एक बार टेस्ट मैच हारी है, 14 टेस्ट में जीत और 3 मैच ड्रॉ. ये दिखाता है कि भारतीय टीम की सफलता में इन दोनों का कितना महत्वपूर्ण योगदान है.

अश्विन ने अब तक अपने टेस्ट करियर में 44 मैच खेलकर 248 विकेट लिए हैं. वह भी 25 से कम की औसत से. इस दौरान अश्विन ने पारी में 24 बार 5 विकेट और 7 बार मैच में 5 विकेट लिए है. अश्विन ने अबतक भारत के लिए 15 सीरीज खेली है जिनमें 7 बार वह मैन ऑफ द सीरीज बने.

वहीं जडेजा ने 25 टेस्ट मैचों में 111 विकेट अपने नाम किए. इस दौरान उनका औसत करीब 24 का रहा. अपने छोटे से टेस्ट करियर में अब तक वह 6 बार पारी में 5 विकेट और 1 बार पारी में 10 विकेट ले चुके हैं.

अश्विन और जडेजा ने भारत को जो सफलता दिलाई है वो काबिले तारीफ है लेकिन अगर उन्हें कुंबले और भज्जी की तरह महान गेंदबाजों की लिस्ट में आना है तो उन्हें घर के साथ विदेशों में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.