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टॉम हैंक्स: जिन्हें फिल्मी किरदार के लिए सेना का सर्वोच्च सम्मान मिला

निजी जिंदगी में एलजीबीटी राइट्स और पर्यावरण की वकालत करने वाले टॉम इतिहास में लगातार दो ऑस्कर जीतने वाले दूसरे अभिनेता हैं

Animesh Mukharjee

टॉम हैंक्स सिनेमा के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं में से एक हैं. चौड़े माथे और गहरी आंखों वाले इस शख्स के पास तराशा हुआ चेहरा या रोमन देवताओं जैसी देह नहीं है, लेकिन एक्टिंग में टॉम ने कई नए मानक स्थापित किए हैं. उनके निभाए कई किरदार सिनेमा में मिसाल हैं.

1994 से 2004 के बीच टॉम मेरिल स्ट्रीप और शॉन पेन जैसे दिग्गजों के रहते हुए सबसे ज्यादा बार ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होने वाले एक्टर हैं. 46 साल की उम्र में लाइफटाइम अचीवमेंट पाने वाले इस अदाकार के जन्मदिन पर उनके किरदारों की कुछ बातें दोहराते हैं.


सेना का सर्वोच्च सम्मान

द्वितीय विश्वयुद्ध की एक कहानी पर बनी मशहूर फिल्म ‘सेविंग प्राइवेट रायन’ की शुरुआत ही भीषण मारकाट से होती है. किनारे पर पहुंचने वाली नाव में खड़े कैप्टन जॉन एच मिलर (टॉम हैंक्स) का हाथ बुरी तरह से कांप रहा है. नाव किनारे पर पहुंचती है भयंकर मारकाट के बीच कप्तान चेतना शून्य हो जाता है. एक तरफ उसका एक सिपाही लाशों के ढेर में अपना कटा हुआ हाथ तलाश रहा है. दूसरी तरफ एक और रंगरूट अपनी बाहर निकल आई आंतों के साथ तड़प रहा है.

कप्तान अपने एक घायल साथी को समुद्र के पानी से घसीटते हुए सुरक्षित किनारे तक ले जाने की कोशिश करता है. अचानक उसे अहसास होता है कि जिस दोस्त को वो खींच रहा था, उसका सीने के नीचे का हिस्सा धमाके में गायब हो चुका है. वो गम करे कि हुक्म दे? सारे सैनिक अपने इस कैप्टन की तरफ देख रहे हैं कि वो रास्ता दिखाएगा. अचानक से कैप्टन के हाथ की कंपकंपाहट दूर हो जाती है. वो अपने रेत और खून से सने हेलमेट को साफ करके पहनता है और मोर्चा संभाल लेता है.

फिल्म में टॉम ने युद्ध के अंदर खप रहे सैनिक की मनोदशा को बहुत अच्छे से दिखाया है. घर जाने की ख्वाहिश लिए मोर्चे पर और अपने आदेश पर अपने जूनियर्स को एक-एक कर मरता देख, अंदर-बाहर दो लड़ाइयां लड़ रहे कैप्टन के रोल में टॉम का कोई सानी नहीं है.

कप्तान जिसके इतिहास और परिवार के बारे में उसकी रेजीमेंट में कोई नहीं जानता. यूनिट शर्त लगाती है कि इतना मजबूत दिखने वाला कप्तान जंग से पहले क्या करता होगा? एक मौके पर जब सिपाही बुरी तरह टूट जाते हैं तो वो बताता है कि पहले वो एक टीचर था. इंग्लिश लिट्रेचर पढ़ाने वाला टीचर. जिसके पढ़ाए गए बच्चों की उम्र के लड़के इस समय उसके सामने मर रहे हैं.

सबको लग रहा था कि टॉम हैंक्स इस रोल के साथ अपना तीसरा ऑस्कर जीतेंगे. मगर ऐसा नहीं हुआ. उस साल बेस्ट ऐक्टर का खिताब फिल्म ग्लैडिएटर के लिए रसेल क्रो को मिला. इतिहास कभी-कभी निर्मम हो जाता है. सिनेमा के इतिहास की दो बेहतरीन परफॉरमेंस एक साथ थीं और इनमें से एक को हारना ही था. मगर कैप्टन जॉन एच मिलर की इस भूमिका के लिए अमेरिकी नौसेना ने अपने सर्वोच्च नागरिक मेडल से सम्मानित किया. ये युद्ध की कुरूपता और एक सिपाही की मजबूरी को दुनिया के सामने रखने के बदले का शुक्राना था.

इतिहास के बीच में निश्छल प्रेम

टॉम हैंक्स अब्राहम लिंकन के दूर के रिश्तेदार हैं. रॉक स्टार ब्रूस स्प्रिंगस्टीन के बचपन के दोस्त हैं. अमेरिकी इतिहास के उनके इस जुड़ाव जैसी ही कहानी फिल्म फॉरेस्ट गंप की है. एल्विस प्रेसली से लेकर रिचर्ड निक्सन और ऐपल कम्प्यूटर तक अमेरिकी पॉपुलर इतिहास को समेटने वाली इस फिल्म में फॉरेस्ट ही फॉरेस्ट है.

निजी जिंदगी में कतई न दौड़ने वाले टॉम फिल्म में खूब दौड़े हैं. एकदम मासूम किरदार जो प्रेम से लेकर विश्व इतिहास तक की तमाम घटनाओं को बराबर सहजता से बताता जाता है. पूरी फिल्म में फॉरेस्ट का किरदार एक जैसी बॉडी लैंग्वेज रखते हुए भी तमाम शेड्स दिखाता है. इनमें सबसे खास पहलू फॉरेस्ट की प्रेम कहानी का लगता है. प्रेम के दैहिक मतलब को न समझने वाला नायक गहरे तक जेनी के इश्क में धंसा हुआ है.

फिल्म में टॉम के किरदार का बिना कोई अलग भाव लाकर जेनी से बात करता है मगर अहसास करा देता है कि वो भले ही अभिव्यक्त न कर पा रहा हो, उसके अंदर किसी भी महान प्रेमी जैसी ही भावनाए हैं. अगर आप ध्यान दें तो पाएंगे कि फिल्म पीके में आमिर खान ने भी टॉम के कैरेक्टर के इस मैनेरिज्म को अपनाने की कोशिश की है.

सफर में सफर करने वाला नायक

टॉम की फिल्म कास्ट अवे रॉबिन्सन क्रूसो की कहानी पर बनी है. दुनिया भर में सफर करने वाला एक आदमी अचानक से एक निर्जन टापू पर पहुंच जाता है. कई साल तक अकेले जिंदा रहने के लिए हर तरह का संघर्ष करता है. इस फिल्म के लिए टॉम को काफी वजन कम करना पड़ा. इसका असर ये हुआ कि वो टाइप टू डायबिटीज की चपेट में आ गए. इस फिल्म के बाद से वो ऐसी भूमिकाएं करने से बचते हैं.

लेकिन टॉम के खाते में ऐसी कई फिल्में हैं जिनमें उनका हिंदी वाला सफर देखते ही देखते अंग्रेजी के सफर में बदल जाता है. ये एक मजेदार संयोग ही है कि सेविंग प्राइवेट रायन, फॉरेस्ट गंप, कास्ट अवे, द विंची कोड और अपोलो 13 जैसी तमाम फिल्मों के नायक सफर करने के कारण ही मुसीबतों में पड़ते हैं.

निजी जिंदगी में एलजीबीटी राइट्स और पर्यावरण की वकालत करने वाले टॉम इतिहास में लगातार दो ऑस्कर जीतने वाले दूसरे अभिनेता हैं. मगर अपनी तमाम अच्छी परफॉरमेंस के बावजूद वो पिछले 10 सालों में एकेडमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट भी नहीं हो पाए हैं. हमें उम्मीद है कि जल्द ही वो ऐसा कोई किरदार निभाएंगे कि आने वाले समय में उनकी ऑस्कर की ट्रायॉलजी पूरी हो जाए.