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बर्थडे स्पेशल: वो निर्माता जिसने बॉलीवुड को दिया सदी का महानायक

फिल्म जंजीर के साथ दिलाई अमिताभ को एंग्री यंगमैन की पहचान

Sumit Kumar Dubey

भारतीय सिनेमा के इतिहास में ऐसे कई लोग हैं जिन्हें किसी कलाकार को नायक बनाने का श्रेय हासिल है. लेकिन एक शख्स ऐसे भी हुए हैं जिन्हें सदी का महानायक पैदा करने का गौरव मिला है. बात हो रही है मशहूर निर्माता निर्देशक प्रकाश मेहरा की. साल 1973 में प्रकाश मेहरा ने फिल्म जंजीर के जरिए भारतीय सिनेमा को एक ऐसा नायक दिया जिसका जलवा आज तक कायम है. जी हां अमिताभ बच्चन को आज अगर दुनिया भारतीय सिनेमा के एंग्री यंगमैन के तौर पर जानती है तो इसका क्रेडिट प्रकाश मेहरा को ही जाता है.

आज ही के दिन यानी 13 जुलाई 1939 को यूपी के बिजनौर जिले में पैदा होने वाले प्रकाश मेहरा ने अपने करियर की शुरुआत प्रॉडक्शन कंट्रोलर के तौर पर की थी. साल 1968 में उन्होंने शशि कपूर की डबल रोल वाली फिल्म हसीना मान जाएगी से निर्देशन की शुरुआत की. इसके बाद मेला, समाधि और आन बान जैसी फिल्मों का निर्देशन किया जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई भी की. लेकिन प्रकाश मेहरा के जीवन की सबसे खास फिल्म 1973 में आई. इस फिल्म का नाम था जंजीर और हीरो थे अमिताभ बच्चन.


जंजीर के लिए अमिताभ नहीं थे प्रकाश मेहरा की पहली पसंद

जंजीर में इंस्पेक्टर विजय की भूमिका को जीवंत बना देने वाले अमिताभ बच्चन इस फिल्म के लिए प्रकाश मेहरा की पहली पंसद नहीं थे. प्रकाश मेहरा पहले इस फिल्म के लिए धर्मेंद्र को लेना चाहते थे लेकिन बात नहीं बनी. उसके बाद वह देव आनंद के पास गए और फिर राजकुमार के पास. लेकिन किस्मत में तो जंजीर के  विजय के किरदार पर अमिताभ बच्चन का नाम लिखा था. लगातार 12 फ्लॉप देने वाले अमिताभ, प्रकाश मेहरा के निर्देशन में ऐसे छाए कि उनके समकालीन अभिनेता उनसे काफी पीछे छूट गए.

समाज की नब्ज को पहचानते थे प्रकाश मेहरा

कहा जाता है फिल्में समाज का आईना होती हैं. और प्रकाश मेहरा इस बात को भली-भांति जानते थे70 के दशक के शुरुआती दौर में भी रोमांटिक फिल्मों का ही राज था. ऋषि कपूर की फिल्म बॉबी कामयाबी के झंडे गाड़ चुकी थी. राजेश खन्ना की दाग और धर्मेंद्र–हेमा की जुगनू जैसी रोमांटिक फिल्में कामयाब हो रही थीं. वहीं दूसरी ओर भारतीय समाज में एक अलग तरह की बेचैनी पनप रही थी. देश में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत हो चुकी थीं. प्रकाश मेहरा ने समाज में फैले इस गुस्से की अभिव्यक्ति को सिल्वर स्क्रीन पर शानदार तरीके से पेश किया. और जन्म हुआ देश के एंग्री यंगमैन का.

अमिताभ के साथ की छह फिल्में

फिल्म जंजीर के बाद प्रकाश मेहरा की अमिताभ के साथ जुगलबंदी ऐसी जमी के के दोनों ने मिलकर छह  फिल्में की . इन फिल्मों ने अमिताभ को बॉलीवुड में एक सुपर स्टार के तौर पर स्थापित कर दिया. इन फिल्में में शराबी ,मुकद्दर का सिकंदर, हेराफेरी और नमक हलाल जैसी फिल्में शामिल हैं. अमिताभ के साथ उनकी आखिरी फिल्म जादूगर थी जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी.

जादूगर के बाद उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर जादू नहीं दिखा सकीं और साल 1996 में उनकी आखिरी फिल्म बाल ब्रह्चारी आई लेकिन वह भी फ्लॉप साबित हुई.

17 मई 2009 को 69 साल की उम्र में प्रकाश मेहरा इस दुनिया को अलविदा कह गए. प्रकाश मेहरा को फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे से जौहरी के तौर पर हमेशा याद किया जाएगा जिसने भारतीय सिनेमा जगत के सबसे बड़े हीरे की खोज की.