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प्यार करने से सेहत को होता है जबरदस्त फायदा, जानने के बाद आपको भी हो जाएगी मोहब्बत

क्या आपको पता है कि प्यार करने से सेहत को भी बड़ा फायदा मिलता है, अगर आप अपने हेल्थ को लेकर चिंतित हैं तो एक बार प्यार में जरूर पड़ें

FP Staff

दुनिया में शायद ही कोई ऐसा हो जो प्यार की मदहोशी में डूबा रहना पसंद न करता हो लेकिन क्या आपको पता है कि प्यार करने से सेहत को भी बड़ा फायदा मिलता है. अगर आप अपने हेल्थ को लेकर चिंतित हैं तो एक बार प्यार में जरूर पड़ें. आइए आपको बताते हैं कि प्यार करने के क्या फायदे आपको मिल सकते हैं. इन टिप्स को पढ़ने के बाद आपको प्यार करने का जरूर मन करेगा.

अक्सर लोग कहते हैं कि प्यार में नींद नहीं आती लेकिन एक अध्ययन से पता चला है कि प्यार करने से नींद अच्छी आती है. दरअसल प्यार करने के दौरान दिमाग को तनाव से मुक्त करने वाला ऑक्सीटॉसिन केमिकल रिलीज होता है. ये किसी भी प्रकार के दर्द से निजात दिलाने वाले एंडोर्फिन्स को बढ़ाता है. तो अगर आप प्यार करते हैं तो चैन की नींद सो जाइए.


कुछ अध्ययनों से ये बात सामने आई है कि जिम में एक्सरसाइज करने के मुकाबले अगर रोजाना प्यार करने का टाइम निकाला जाए तो ज्यादा फायदे होते है. औसत लव मेकिंग सेशन में योग या वॉक के मुकाबले 150 कैलोरीज तक घटाते हैं.

सप्ताह में एक या दो बार प्यार के पलों को बिताने से आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती रहती है. जुकाम-खांसी के अलावा बड़ी बीमारियां भी आप पर हावी नहीं होती हैं.

आपको बता दें कि जितनी ज्यादा रोमांटिक लाइफ उतना ज्यादा फायदा होता है. जी हां, स्टडीज से पता चला है कि प्यार करने की आदत न केवल आपको खुश रखती है बल्कि आप ज्यादा वक्त तक जवां भी रहते हैं. प्यार के पलों में एंडोर्फिन्स रिलीज होते हैं और आपकी त्वचा विटामिन D से भरपूर हो जाती है, नतीजतन आप खिले-खिले और जवां नजर आते हैं.

स्कॉटलैंड में शोधार्थियों ने 24 महिलाओं और 22 पुरुषों की सेक्स लाइफ पर रिसर्च की तो पाया कि प्यार करने के दौरान आपका ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है और आप पूरी तरह से तनावमुक्त हो जाते हैं.

शोधार्थियों का मानना है कि महिलाएं अगर अपने साथी से नियमित संबंध बनाती हैं तो उनको पीरियड्स से संबंधित शिकायतें कम होती हैं और उनके गर्भधारण करने के चांसेज बढ़ जाते हैं.

आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि प्यार करने की आदत से कैंसर और दिल की बीमारियों का भी खतरा कम हो जाता है. इस दिशा में कई शोध किए जा रहे हैं औऱ शुरूआती जांच इस तथ्य के पक्ष में ही है.