‘गर फिरदौस बर रूये ज़मी अस्त
हमी अस्तो हमी अस्तो हमी अस्त’...
कश्मीर के बारे में कभी जरूर यही कहा गया था. इसका मतलब है, ‘धरती पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो यहीं है, यहीं है, यही हैं.
बदलती हुई राजनीतिक परिस्थितियों में अब कश्मीर केवल अपनी खूबसूरती के लिए तो नहीं जाना जाता है. इन दिनों गूगल पर कश्मीर सर्च करें तो सबसे पहले जो तस्वीरें आतीं हैं वो किसी वादी और झील की नहीं बल्कि पत्थरबाजों के झुंड, एनकाउंटर, आर्म फ़ोर्स खून-खराबे की होती हैं. जो कहीं-न कहीं धरती के इस जन्नत को देखने जाने वाले लोगों के मन में वहां के नागरिकों के प्रति डर भी बनता गया है.
इस नजरिए को बदलने के लिए कश्मीर टूरिज्म की ओर से एक शॉर्ट फिल्म बनाई गई और कुछ ही घंटों में उसे देखने वालों की संख्या लाखों में है. ये फिल्म घाटी में बदलते माहौल के साथ लोगों के मन में कश्मीर के लिए नेगेटिव होते नजरिए को बदलता है. फिल्म को डायरेक्ट किया है अमित शर्मा ने और इसके बैकग्राउंड में बज रहे गाने के बोल लिखे हैं शाह फैज़ल ने. फैजल 2009 यूपीएससी एग्जाम के टॉपर रह चुके हैं.
ये 5 मिनट की फिल्म है जिसका टाइटल है 'वॉर्मेस्ट प्लेस ऑन अर्थ'. इसे बॉलीवुड सेलिब्रिटीज अलिया भट्ट, करण जौहर ने शेयर भी किया है. जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ़्ती ने भी इस विज्ञापन को शेयर किया है. 48 घंटे में ही 16 लाख लोग इस वीडियो को देख चुके हैं.
आलिया भट्ट ने लिखा है, '5 मिनट का ये वीडियो कश्मीर की सच्ची खुशबू को दिखाता है.'
करण जौहर ने इसे 'beauty and warmth' लिखते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है.
महबूबा मुफ़्ती ने लिखा है, 'कश्मीर...हमारा घर'
कश्मीर टूरिज्म के डायरेक्टर महमूद शाह ने पीटीआई से कहा, 'इसकी बहुत जरूरत थी. मुझे लगता है इसे और पहले बनाना चाहिए था लेकिन अब ही सही, कुछ करना हमेशा कुछ नहीं करने से तो बेहतर है.'