view all

राहुल गांधी के गोत्र को 'टेक्निकली' समझाने की कोशिश कर रहे थे टेक मिनिस्टर, हो गए ट्रोल

डॉक्टर हर्षवर्धन ये समझाने की कोशिश कर रहे थे कि राहुल गांधी कैसे दत्तात्रेय गोत्र के नहीं हो सकते

FP Staff

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का गोत्र अचानक से सामने आने के बाद से देश में गोत्र विज्ञान का अध्ययन चल रहा है. बीजेपी का हर दूसरा नेता उनके गोत्र पर टिप्पणी कर रहा है और अपने ज्ञान का प्रदर्शन कर रहा है. इसी क्रम में साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर डॉक्टर हर्षवर्धन का नाम जुड़ा है.

डॉक्टर हर्षवर्धन ये समझाने की कोशिश कर रहे थे कि राहुल गांधी कैसे दत्तात्रेय गोत्र के नहीं हो सकते. अपनी इस कोशिश में वो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए. उनकी इस मुद्दे पर इतनी लीनता लोगों से सही नहीं गई और लोगों ने उन्हें 'Entire Medicine' का कोर्स करा दिया.


दरअसल, टेक मिनिस्टर ने ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था, 'जवाहरलाल नेहरू का गोत्र दत्तात्रेय था क्योंकि वो ब्राह्मण थे. अगर उनका बेटा होता, तो उनका गोत्र उसे मिलता. इंदिरा जी अपने पिता का गोत्र अपने बेटे को नहीं दे सकती. इसलिए चूंकि राजीव गांधी एक पारसी (फिरोज गांधी) के बेटे थे, तो वो दत्तात्रेय नहीं हो सकते. राहुल गांधी को अपनी असली पहचान बताने दीजिए.'

उन्होंने ये ट्वीट केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के उस ट्वीट पर किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कभी उनसे उनका गोत्र या जाति पूछी जाएगी तो वो यही कहेंगी कि वो भारतीय हैं.

इसपर टेक मिनिस्टर हर्षवर्धन ने कहा था कि 'जब राहुल गांधी ने कहा कि वो दत्तात्रेय हैं, तो मुझे कोई समस्या नहीं थी क्योंकि वेदों में कहा गया है कि 'ब्रह्म जानाति ब्राह्मण:' मतलब ब्राह्मण माता-पिता से पैदा होने वाली संतान ही ब्राह्मण हो सकता है. लेकिन जब आपकी बातों का आधार ही झूठ होता है तो आप विश्वास खो ही देंगे.'

हालांकि उन्होंने नेहरु परिवार की गोत्र की जो हिस्ट्री निकाली थी, उस पर ट्विटराटियों ने मौज लेना शुरू कर दिया. कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने इंटायर मेडिसिन में डिग्री ले रखी है, तो किसी ने कहा कि उन्हें कैबिनेट में गोत्र पता लगाने का मंत्री बनाना चाहिए.

कुछ लोगों ने निराशा भी जताई कि वो जितनी तन्मयता से गोत्र पता लगा रहे हैं, उतना वो विज्ञान और तकनीकी की जानकारी दें तो अच्छा हो.