प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्यावरण बदलाव (क्लाइमेट चेंज) के एक पुराने वीडियो को लेकर उनकी आलोचना की जा रही है. प्रधानमंत्री बनने के बाद 5 सितंबर, 2014 को मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश भर के स्कूली बच्चों से सवाल-जवाब सत्र में हिस्सा ले रहे थे.
असम के एक छात्र ने पर्यावरण में आ रहे बदलावों को लेकर अपनी चिंता जाहिर की और प्रधानंत्री से पूछा कि उनकी सरकार इसे रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है. इसपर मोदी ने कहा, पर्यावरण नहीं बदला है बल्कि हम बदल गए हैं. हमारी आदतें बदल गई हैं. हमारे आचरण बदल गए हैं. इसकी वजह से हमने अपने पर्यावरण को बर्बाद कर दिया है.'
मोदी ने आगे कहा कि हमारे बुजुर्ग हमेशा यह शिकायत करते हैं कि इस बार पिछले साल से अधिक ठंड है. असल में यह उनकी बढ़ती उम्र और सहने की कम होती शक्ति की वजह से उन्हें ज्यादा ठंड महसूस होती है.
अब वापस 2017 में आते हैं, मोदी का यह वीडियो इंटरनेट पर सुर्खियों में है. कई लोग इसपर हैरानी जताते हुए इसे ट्विटर पर शेयर कर रहे हैं.
Prime Minister of India #Modi on climate change:
It is not #climate but our human bodies are changing
— Saiyid Shah (@ImSyedNoor) October 12, 2017
Modi ji,on Climate change!
He denies Climate change ; But, We people have changed ! What to do with Modi...! pic.twitter.com/FHjaqaeZYg
— S Rajasekar (@srspdkt) October 25, 2017
Joke of the Day #Modi on Climate change. pic.twitter.com/GGEch5fS2j
— Yasmeen Ali (@yasmeen_9) October 12, 2017
Without a Script Writer to Hide the IQ Deficit, Press Conferences in 3 Yrs=
Watch ThisChat with Kids pic.twitter.com/efAvCnFmus
— Geet V (@geetv79) October 24, 2017
2015 में संयुक्त राष्ट्र के अधिवेशन में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पर्यावरण में बदलाव लाने के लिए भारत जिम्मेदार नहीं है, मगर इसके दुष्प्रभावों को जरूर झेल रहा है. मोदी ने कहा कि विश्व के लिए पर्यावरण में बदलाव एक बड़ी और गंभीर चुनौती है. यह हमारी वजह से नहीं हो रहा है. बढ़ते औद्योगिकरण और विकास के चलते ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ती जा रही है.
मगर भारत में हम इसके दुष्प्रभावों से जूझते हैं. हमारे किसान इससे प्रभावित हो रहे हैं. महासागरों का जल स्तर बढ़ने से हमारे 7500 किलोमीटर समुद्री तट और 1300 द्वीप खतरे में पड़ गए हैं. हम उन ग्लेसियरों को लेकर चिंतित हैं जिनका पानी हमारी नदियों में जाता है और जो हमारी सभ्यताओं को सींचती है.
कुछ यूजर्स ने ट्विटर पर मोदी और ट्रंप ने पर्यावरण बदलाव को लेकर क्या कहा, इसकी तुलना की