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सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद ट्रेंड में #MeTooUrbanNaxal

फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री बनाना चाहते थे शहरी नक्सलियों की लिस्ट, तभी शुरू हो गया #MeTooUrbanNaxal

FP Staff

देशभर के कई शहरों में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के एक दिन बाद ही ट्विटर पर #MeTooUrbanNaxal ट्रेंड करने लगा. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में मंगलवार को पुलिस ने दस सामाजिक कार्यकर्ताओं को अपनी हिरासत में ले लिया था. इस सभी के तार भीमा कोरेगांव हिंसा के आरोप में पुणे से गिरफ्तार हुए लोगों और उनके पास मिले पत्र से जोड़े जा रहे हैं.

देशभर में इन सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की आलोचना हो रही है. वहीं कई लोग इसे 'असहमति की आवाज' को कुचलने का प्रयास बता रहे हैं. कुछ कार्यकर्ताओं, वकीलों और दलित नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए "शहरी नक्सली" शब्द की निंदा की हैं. बयान में उन्होंने कहा कि इस का आविष्कार सरकार की किसी भी आलोचना को दबाने के लिए किया गया था.


हालांकि इसी बीच फिल्म डायरेक्टर और लेखक विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि वह उन लोगों की सूची बनाना चाहते हैं जो शहरी नक्सलियों का बचाव कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने कुछ समझदार युवाओं से उनका साथ देने का निवेदन भी किया.

जिस पर कई युवाओं ने उनको रिप्लाई किया और तभी #MeTooUrbanNaxal शुरू हो गया. अल्ट न्यूज के सहसंस्थापक प्रतीक सिन्हा ने व्यंगात्मक ट्वीट किया, चलो विवेक अग्निहोत्री की मदद की जाए और #MeTooUrbanNaxal चलाया जाए. ताकि हम उन्हें सूची बनाने में मदद कर सकें.

इस के बाद ध्रुव राठी ने ट्वीट किया, अर्बन नक्सल नया देशद्रोही है. देशद्रोही शब्द बड़ा मजाक बन गया है और अपना वास्तविक अर्थ खो चुका है. क्योंकी मंत्री और ट्रोल्स बिना ठोस कारण के किसी पर भी इनका इस्तेमाल कर लेते हैं.  ठीक वैसा ही शहरी नक्सली शब्द के साथ किया जा रहा है. इसलिए मैं भी शहरी नक्सली हूं.

फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने भी ट्वीट करते हुए लिखा, 'क्या करारा तमाचा है' #MeTooUrbanNaxal

इस पर तहसीन पूनावाला ने ट्वीट करते हुए लिखा, मुझे किसी आरएसएस के नेता का नाम बताओ जो देश के लिए लड़ते हुए शहीद हुआ? वो तब भी देशभक्त हैं और बाकी आतंकी हैं.#MeTooUrbanNaxal