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केरल: एक बेटी की गुहार- सीपीएम के लोग मेरे पिता की जान लेना चाहते हैं

बेटी ने इस वीडियो में कहा है कि सीपीएम के स्थानीय कार्यकर्ता उसके पिता को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं क्योंकि अभी कुछ दिन पहले उसके पिता बीजेपी में शामिल हुए हैं

FP Staff

केरल पिछले कई दिनों से खूनी राजनीतिक हिंसा की वजह से काफी चर्चा में है. इस कड़ी में अभी एक ताजा मामला तब सामने आया जब ग्यारहवीं कक्षा की एक छात्रा और कासरगोड के स्थानीय बीजेपी नेता की बेटी ने एक फेसबुक वीडियो के जरिए लोगों मदद मांगी.

बीजेपी नेता सुकुमारन की बेटी अश्विनी ने इस वीडियो में कहा है कि सीपीएम के स्थानीय कार्यकर्ता उसके पिता को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं क्योंकि अभी कुछ दिन पहले उसके पिता बीजेपी के केरल राज्य अध्यक्ष की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए. इस छात्रा ने वीडियो में कहा है कि स्थानीय सीपीएम के नेताओं को मेरे पिता का बीजेपी में शामिल होना पसंद नहीं आया क्योंकि यह इलाका कम्युनिस्टों का गढ़ है.


अश्विनी ने वीडियो में कहा है कि दो दिन पहले मैं और मेरे पिता कारीनथालम् के मेरे स्कूल से लौट रहे थे तब सीपीएम के 5 कार्यकर्ताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने पर धमकी दी. उन्होंने मेरे पिता को कहा कि वो उन्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे और उनको शहर में ही मार डालेंगे. उन्होंने दावा किया कि वे किसी से डरते नहीं हैं, खासकर पुलिस से.

बीजेपी ने की सुरक्षा देने की मांग, सीपीएम ने कहा राजनीतिक स्टंट

अश्विनी ने धमकी देने वाले सीपीएम कार्यकर्ता का नाम लेते हुए आगे बताया कि मुझे स्कूल जाने के लिए कारीनथालम् करीब 20 मिनट तक पैदल चलना पड़ता है. मेरे पिता भी मेरे साथ वहां तक जाते हैं. धमकी मिलने के अगले दिन हम दूसरे रास्ते से स्कूल गए क्योंकि वे हमारा इंतजार कर रहे थे.

अश्विनी ने आगे वीडियो में कहा कि क्योंकि उन्हें पुलिस का भी डर नहीं है. मुझे नहीं पता कि पुलिस भी हमारी मदद करेगी या नहीं. मैं बहुत गहरे भावनात्मक आघात से गुजर रही हूं. मुझे इस समस्या का कोई हल नजर नहीं आता.

अश्विनी का यह वीडियो वायरल फेसबुक पर हो गया है. बीजेपी ने सुकुमारन के परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक सीपीएम की स्थानीय यूनिट ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि यह एक ‘राजनीतिक स्टंट’ है और ‘सुर्खियां बटोरना है’. सीपीएम के स्थानीय यूनिट के सेक्रेटरी टीके रवि ने इंडियन एक्सप्रेस कहा कि सुकुमारन कभी भी हमारे पार्टी से जुड़े हुए नहीं रहे हैं इस कारण से उन्हें धमकी देने की कोई वजह भी नहीं बनती है. वे सीपीआई के सदस्य थे, फिर वे कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके बाद हमने सुना कि वो किसी रेशनलिस्ट ग्रुप में शामिल हो गए और बाद में नक्सल हो गए.

रवि ने आगे कहा कि वीडियो देखने मैंने इसकी जांच-पड़ताल की लेकिन यह पाया कि इस तरह की कोई धमकी नहीं दी गई है. वे पुलिस में इसकी शिकायत कर सकते हैं, हम इस आरोप से कानूनी तरीके से निपटेंगे