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गूगल डूडल ने मनाया आलू से वोदका बनाने वाली का 293वां जन्मदिन

आलू के जरिए आटा और अल्कोहल बनाने वाली एकेब्लड को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में भर्ती किया गया

FP Staff

गूगल डूडल ने आलू से वोदका बनाने वाली स्वीडिश की महान कृषि विज्ञानी ईवा एकेब्लड का 293वां जन्मदिन बनाया. गूगल ने अपने अंदाज में एक कैरिकेचर बनाया है, जिसमें गूगल की स्पेलिंग आलू और छिलकों से पूरी की गई हैं.

एकेब्लड का जन्म 10 जुलाई 1724 को हुआ था. वह पहली महिला थी जिन्होंने आलू से स्टार्च निकालने का तरीका ढूंढ़ा था. अगर आज लोग स्टार्च फ्री बेकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो वह उनकी ही देन है. इसके अलावा उन्होंने वोदका, मूनशाइन और पोटैटो वाइन जैसे अल्कोहल बनाया.


कौन हैं एकेब्लड 

आलू के जरिए आटा और अल्कोहल बनाने वाली महिला एकेब्लड को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में शामिल किया गया. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में शामिल होने वाली वह पहली महिला थी.

स्वीडन में पहली बार आलू 1658 में आए थे. उस समय आलू सिर्फ हाई क्लॉस लोगों के लिए ही उपलब्ध होते थे. एकेब्लड की खोज से पहले आलू को इंसानों के खाने लायक नहीं मानते थे. वह केवल जानवरों को खिलाने के लिए इस्तेमाल किया करते थे.

कब किया था एक्सपेरिमेंट?

एकेब्लड ने एक बार जर्मनी में आलू से अल्कोहल बनाने की प्रकिया के बारे में सुना था. उन्होंने आलू की खेती शुरू कर उस पर एक्सपेरिमेंट शुरू कर दिया था. 1746 में एकेब्लड ने खोज की कि सब्जी से आटा बनाया जा सकता है.

24 साल की एकेब्लड ने अपनी खोज को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में जमा किया. उस समय वह पहली महिला ऐसी थी जिन्हें प्रतिष्ठ‍ित संस्थान में एंट्री मिली. इस खोज ने स्वीडेन के खाद्य संकट को खत्म करने में मदद की और सब्जी से अल्कोहल बनाने में सफल हुए.

एकेब्लड ने आलू से अल्कोहल जैसे कि वोदका, मूनशाइन और पोटैटो वाइन आदि बनाया. इससे पहले लोग अनाज से अल्कोहल बनाते थे. एकेब्लड की खोज के बाद अनाज से अल्कोहल बनाने की वर्षों पुरानी प्रथा खत्म हो गई और अल्कोहल बनाने के लिए अनाजों के स्थान पर आलू का प्रयोग होने लगा.

साल 1786 में एकेब्लड का देहांत होने के बाद रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने साल 1951 तक किसी भी दूसरी महिला का चुनाव नहीं किया.