view all

कमबख्त कैमरे की गलत टाइमिंग के चलते मीम बन गए इमैनुअल मैक्रों

इस भावुक क्षण में मैक्रों ने जिस अंदाज में कैमरे की तरफ देखा और कमबख्त कैमरे ने उसी मौके पर ऐसा शॉट लिया कि बेचारे मैक्रों मीम बन गए

FP Staff

यूं तो सोमवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बोटिंग को टीवी पर काफी फुटेज मिली, लेकिन इस दौरान सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं की एक दूसरी ही फोटो वायरल हो रही थी. इतना ही नहीं ये फोटो मीम ऑफ द डे भी बन गई.

इस वायरल फोटो में पीएम मोदी मैक्रों का स्वागत करते हुए उन्हें गले लगा रहे हैं. फोटो तो ठीक है लेकिन इस भावुक क्षण में मैक्रों ने जिस अंदाज में कैमरे की तरफ देखा और कमबख्त कैमरे ने उसी मौके पर ऐसा शॉट लिया कि बेचारे मैक्रों मीम बन गए. मैक्रों की मुस्कान बिल्कुल शैतानी लगी रही है और ट्विटराटियों ने इस मौके को झपट लिया.


कुछ लोगों ने इसकी तुलना एक दुष्ट-चालू दोस्त की मुस्कान से की तो कुछ को भाजपाई बन चुके एसपी के पूर्व नेता नरेश अग्रवाल तक से कर डाली.

यूजर्स ने पीएम के चर्चित 'कैमरा प्रेम' को भी नहीं छोड़ा. लोगों ने कहा कि मैक्रों ने पीएम मोदी से कैमरे की स्पॉटलाइट छीन ली. और छीनी भी तो कैसी?

कुछ ऐसी तुलनाएं भी हुई.

इसके अलावा काम काज की बात करें तो मैक्रों और पीएम मोदी ने मिर्जापुर जिले में छानवे ब्लॉक स्थित दादर कलां के लिए रवाना होकर उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण किया. प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बटन दबाकर 75 मेगावॉट उत्पादन क्षमता वाले इस सौर ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण किया.

विंध्य की पहाड़ियों में बसे दादर कलां गांव के 380 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैले इस विशाल संयंत्र में करीब 1 लाख 19 हजार सौर पैनल लगे हैं. इसका निर्माण फ्रांस की कम्पनी ‘एनगी’ द्वारा करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है.