बीजेपी सांसद आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के सीएम के तौर पर शपथ ली. राज्यपाल राम नाईक ने केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को उपमुख्यमंत्री पद के लिए और 44 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई.
यह समारोह कांशीराम स्मृति उपवन में हुआ. जिसमें नरेंद्र मोदी, अमित शाह और लालकृष्ण अाडवाणी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए. सेरेमनी में 9 राज्यों के सीएम भी मौजूद थे.मुलायम सिंह और अखिलेश यादव भी शपथ ग्रहण में पहुंचे.ये है 44विधायकों की लिस्ट.
कैबिनेट मंत्री
धर्मपाल सिंह- आंवला विधानसभा से चौथी बार चुनकर आए है.
लोधी समुदाय से धर्मपाल पहले भी मंत्री रह चुके है.
एसपी सिंह बघेल- इस बार टुंडला विधानसभा सीट से जीते है.
ये बीएसपी से राज्यसभा सदस्य भी रहे.
सत्यदेव पचौरी – कानपुर के गोविंदपुरी सीट से विधायक है.
पचौरी तीसरी बार विधायक चुने गए.
रमापति शास्त्री- मनकापुर सुरक्षित सीट से चुनाव जीते.
कल्याण सिंह सरकार से स्वास्थ्य मंत्री रहे.
ओमप्रकाश राजभर- भारतीय समाज पार्टी (सेहुलदेव) के अध्यक्ष.
गाजीपुर की जहूराबाद सीट से विधायक चुने गए.
बृजेश पाठक- इस बार लखनऊ सेंट्रल से विधायक चुने गए.
बीएसपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए.
लक्ष्मी नारायण चौधरी- छाता विधानसभा सीट से चुनाव जीते.
पहले भी मंत्री रहे, बीएसपी से बीजेपी में आए.
चेतन चौहान- पूर्व क्रिकेटर और पूर्व सांसद
इस बार नौगांवा सादात से चुनाव जीते हैं.
श्रीकांत शर्मा- मथुरा से पहली बार विधायक चुने गए.
केन्द्र की राजनीति में भी बेहद सक्रिय रहे.
राजेंद्र प्रताप सिंह- इस बार पट्टी विधानसभा से जीते.
सिर्फ 1473 वोट से हासिल की जीत.
सिद्धार्थनाथ सिंह- इलाहाबाद पश्चिम से विधायक चुने गए हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती हैं.
मुकुट बिहारी वर्मा- बहराइच की कैसरगंज विधानसभा से तीसरी बार जीते.
मुकुट बिहारी कुर्मी जाति से संबंध रखते हैं.
आशुतोष टंडन- इस बार लखनऊ पूर्व से विधायक चुने गए हैं.
वरिष्ठ बीजेपी नेता लालजी टंडन के बेटे.
नंद कुमार नंदी- इलाहाबाद दक्षिण से विधायक चुने गए.
नामांकन से दो दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए.
स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री
अनुपमा जायसवाल- इस बार बहराइच सीट से चुनाव जीतीं.
बीजेपी की महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री.
सुरेश राणा- थाना भवन सीट से दूसरी बार जीतकर आए हैं.
विवादित बयानों की वजह से कई बार सुर्खियों में रहे.
उपेन्द्र तिवारी- बलिया के फेफना सीट से दूसरी बार विधायक बने हैं.
बीएसपी के अंबिका चौधरी को हराया है.
स्वतंत्र देव सिंह- पीएम मोदी की रैलियों में बड़ी जिम्मेदारी निभाई.
एक बार एमएलसी भी रह चुके हैं.
भूपेंद्र सिंह चौधरी- जाट समुदाय से, मुरादाबाद के रहने वाले.
संभल से मुलायम सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं.
धर्म सिंह सैनी- सहारनपुर की नकुड़ विधानसभा से चौथी बार जीते.
बीएसपी की सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं.
अनिल राजभर- शिवपुर विधानसभा सीट से जीत हासिल की.
चुनाव में 60 हजार से ज्यादा वोट से जीते.
स्वाती सिंह- सरोजनी नगर विधानसभा सीट से चुनाव जीतीं.
बीजेपी की उत्तर प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष.
राज्य मंत्री
गुलाबो देवी- चंदौली से विधायक चुनी गई हैं.
चौथी बार जीत कर पहुंची हैं विधानसभा.
इस बार 45 हजार 410 वोटों से जीता चुनाव.
जय प्रकाश निषाद- इस बार कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह को हराया.
निषाद समुदाय में इनकी अच्छी पकड़.
इस बार रुद्रपुर से चुनाव जीता.
अर्चना पांडे- छिबरामऊ सीट से जीतीं चुनाव.
बीएसपी के हुसैन सिद्दीकी को हराया.
अतुल गर्ग- गाजियाबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीते.
बीएसपी उम्मीदवार को हराया.
रणवेंद्र प्रताप सिंह- हुसैनगंज से हासिल की जीत.
राजपूत जाति से आते हैं.
2012 में निर्दलीय लड़े थे चुनाव.
नीलकंठ तिवारी- दक्षिण वाराणसी से बने विधायक.
श्यामदेव राय चौधरी की जगह लड़े चुनाव.
मोहसिन रजा- मंत्रीमंडल का इकलौता मुस्लिम चेहरा.
क्रिकेटर से नेता बने.
गिरीश यादव- जौनपुर से चुने गए विधायक.
योगी सरकार में राज्यमंत्री.
बलदेव ओलख- विलासपुर विधानसभा सीट से जीते.
उत्तरप्रदेश में बीजेपी में इकलौते सिख.
इस बार कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह को हराया.
मन्नू कोरी- महरौनी से जीते चुनाव.
2012 में दूसरे नंबर पर रहे थे.
बीएसपी प्रत्यासी को 99562 वोट से हराया.
संदीप सिंह- अलीगढ़ अतरौली से चुनाव में मिली जीत.
ब्रिटेन से की पढ़ाई.