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योगी आदित्यनाथ के भाषण की 7 बड़ी बातें

योग किसी जाति, धर्म, उम्र और लिंग का मोहताज नहीं है

FP Staff

योग किसी जाति, धर्म का मोहताज नहीं

योग किसी जाति, धर्म, उम्र और लिंग का मोहताज नहीं है. असल में सूर्य नमस्कार में प्राणायाम की क्रियाएं और नमाज की मुद्राएं एक जैसी हैं. अगर आप सूर्य नमस्कार करते हुए देखेंगे तो आपको यह वैसे ही लगेगा, जैसे मुस्लिम नमाज पढ़ते हैं.


लोग साधु संतों को भीख नहीं देते

साधु संतों को भीख नहीं देते हैं. मुझे तो सत्ता सौंप दी है. सरकार के सामने चुनौतियां बहुत हैं, लेकिन जीवन में सकारात्मक सोच मैंने मोदी जी से सीखा है. पीएम की इसी सोच के कारण देश आगे बढ़ रहा है. अराजकता से उबारने का काम 2014 में शुरू हुआ, उसी कारण भारत की अर्थव्यवस्था तेज गति से बढ़ रही है.

सीएम पद लेने से भागा नहीं

सीएम पद लेने से मैं भागा नहीं. अगर मैं पद नहीं लेता तो लोग कहते कि जिम्मेदारी से भाग रहा हूं. विधायकों ने मुझे अपना नेता चुना है. मैंने यूपी में सड़क से सदन तक की यात्रा की है, यहां की बहुत जानकारी है. मैं पूरा यूपी घूमा हूं, यूपी के लिए बड़े फैसले लेने से पीछे नहीं हटूंगा.

भारत ने बल पर प्रभावित किया

भारत ने बल के आधार पर किसी को प्रभावित नहीं किया. जननी जन्मभूमि का हमारा संबंध बना रहेगा. यह देश आतंकवाद और नक्सलवाद का शिकार हुआ. तमाम प्रकार की अराजकता इस समय भारत में फैली हुई है. सत्ता के लिए पार्टियों ने यहां राज किया है.

बाबा रामदेव ने योग बढ़ाया

बाबा रामदेव ने योग को घर-घर पहुंचाने का काम किया. वहीं प्रधानमंत्री ने योग को पहचान दिलाने का काम किया. योग आत्म अनुशासन की सबसे बड़ी चीज है. योग करने से मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूती मिलती है. योग करने से व्यक्ति बुढ़ापे तक स्वस्थ रहता है.

मेरे पास बस एक जोड़ी कपड़े थे

मुझे अमित शाह जी ने एक दिन पहले ही बताया कि आपको मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना है. मेरे पास उस समय सिर्फ एक जोड़ी कपड़े थे. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहूं. अगर मना करता हूं तो लोग कहेंगे कि पलायन कर गए.

प्रधानमंत्री ने बनाया योग दिवस

21 जून को भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी ने योग को दुनिया का दिवस बना दिया. 21 जून को सूर्य की सबसे की सबसे तीखी रोशनी पृथ्वी पर पड़ती है और हम उस ऊर्जा को संचित कर सकें.