यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर हिंसा पर बयान दिया है. उन्होंने कहा, 'इस मामले पर की गई कार्रवाई के लिए उनकी सरकार की प्रशंसा की
जानी चाहिए.'
एनडीटीवी के मुताबिक उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना एक राजनीतिक साजिश थी जिसे उनकी सरकार ने एक्सपोज किया है. योगी ने कहा, 'जो लोग इस मामले को लेकर बेकार की बयानबाजी कर रहे हैं वह केवल अपनी असफलता को छुपाना चाहते हैं. इसके बजाय उन्हें सरकार की सराहना करना चाहिए और उसका धन्यवाद करना चाहिए.'
गौरतलब है कि बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह शहीद हो गए थे और भीड़ में शामिल एक युवक की मौत हो गई थी. योगी ने कहा कि बुलंदशहर हिंसा एक साजिश थी जिसमें कुछ लोग अवैध शराब बनाकर मासूमों की जिंदगी से खेल रहे थे. यह एक राजनीतिक साजिश थी जिसे डरपोक लोगों द्वारा प्लॉट किया जाता है जो चुनौतियों को स्वीकार नहीं कर सकते.
योगी ने साफ कर दिया कि उनकी सरकार में किसी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्रशासन हर तरह की अराजकता से सख्ती से निपटेगा. जो लोग गायों को मारकर अशांति फैलाना चाहते हैं. उन्हें हर हालत में रोका जाएगा.
वहीं बुलंदशहर हिंसा में मारे गए सुमित नाम के एक स्थानीय युवक के परिवार ने बुधवार को सीएम योगी से मुलाकात की. परिवार ने सीएम योगी से कहा कि सुमित को शहीद का दर्जा दिया जाए.
परिवार ने मीडिया के सामने बताया कि 'हमने सुमित के लिए शहीद के दर्जे और उतनी ही आर्थिक मदद की मांग की है, जो सुबोध सिंह को दी गई है. मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा.'
बता दें कि बुलंदशहर हिंसा में भीड़ की हिंसा के दौरान गोली लगने से इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की मौत हो गई थी. सीएम योगी ने उनके परिवार से मिलकर उनकी हर मांग मान ली थी.
योगी ने कहा था कि सरकार परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी. बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी सरकार उठाएगी. साथ ही परिवार का कर्ज भी सरकार ही चुकाएगी. इसके अलावा शहीद सुबोध सिंह के नाम पर एक स्कूल, सड़क और स्मारक का निर्माण भी कराया जाएगा.
इस केस में अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. साथ ही एक 1 आरोपी ने आत्मसमर्पण किया है.
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