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CBI जांच: लालू के गोलमोल जवाब का तेजस्वी कैसे करेंगे बचाव?

ठीक एक दिन पहले लालू प्रसाद यादव ने अपने अंदाज में सीबीआई को गोलमोल जवाब दिए हैं

Ravishankar Singh

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सीबीआई की पूछताछ शुरू हो गई है. तेजस्वी यादव से यह पूछताछ रेलवे टेंडर घोटाले को लेकर हो रही है.

सीबीआई के सामने उपस्थित होने से पहले तेजस्वी यादव ने कहा कि जीत सत्य की ही होगी. तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, ‘इनके फरेब और झूठ की रफ्तार भले ही तेज है पर अंत में झूठ की पराजय और हमारे सत्य की विजय होगी. सच की डोर भले लंबी हो पर उसे कोई तोड़ नहीं सकता है.’


गौरतलब है कि गुरुवार को इसी मामले में सीबीआई ने तेजस्वी के पिता और तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से भी पूछताछ की थी. इस मामले को लेकर लालू प्रसाद यादव से भी कल यानी गुरुवार को सीबीआई ने 7 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी.

सीबीआई ने लालू से सैकड़ों सवाल पूछे थे. लालू के रेल मंत्री रहते होटल टेंडर से जुड़े कुछ उनके पुराने दस्तखत वाले दस्तावेज दिखाए गए थे. इसी तरह तेजस्वी यादव से भी सीबीआई पटना में बन रहे उनके नाम से एक मॉल के बारे में कई सवाल दाग सकती है.

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के जवाब से सीबीआई संतुष्ट नजर नहीं आई. सीबीआई का कहना है कि लालू यादव ने किसी भी सवाल का ठीक से जवाब नहीं दिया. लालू यादव पूछताछ के दौरान गोलमटोल जवाब देते रहे. लालू प्रसाद अपने साथ कुछ कागजात भी लाए थे, जो उन्होंने सीबीआई के अधिकारियों को दिखाए.

सीबीआई सूत्र कहते हैं रेलवे टेंडर घोटाले में तेजस्वी से पूछताछ बाद राबड़ी देवी से भी पूछताछ की जा सकती है. सीबीआई इस केस से जुड़े हर शख्स से पूछताछ करने वाली है.

इस मामले में लालू यादव के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव, लालू के सहयोगी प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता, विजय कोचर, विनय कोचर, पटना में सुजाता होटल्स के दोनों डॉयरेक्टर, डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (लारा प्रोजेक्टस) आईआरसीटीसी के पूर्व एमडी सहित कई लोगों पर सीबीआई ने पांच जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई ने इन लोगों के ऊपर आईपीसी की धारा 420, 120B, 13 1D के तहत मामला दर्ज किया है.

लालू प्रसाद यादव ने सीबीआई पूछताछ के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, ईमानदारी से काम करने की सजा उनके और उनके परिवार को मिल रहा है.

लालू प्रसाद यादव का पूरा परिवार इस समय जांच एजेंसियों के राडार पर है. खुद लालू चारा घोटाले में पिछले 20 सालों से जेल से अंदर-बाहर हो रहे हैं. राजनीतिक करियर पर कोर्ट के आदेश के बाद विराम लग गया है. राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए बेटे-बेटियों को राजनीति में लाए. वो लोग भी किसी न किसी मामले में लगातार फंसते ही जा रहे हैं.

सांसद बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेष कुमार जहां बेनामी संपत्ति को लेकर ईडी का चक्कर काट रहे हैं वहीं लालू के राजनीतिक वारिस तेजस्वी अब सीबीआई जांच के घेरे में आ गए हैं.