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कमलनाथ बोले- वंदे मातरम गाने के फैसले को नए रूप से करेंगे लागू, जल्द होगी घोषणा

सचिवालय में कर्मचारियों के राष्ट्रीय गीत गाने पर रोक लगाने के बाद कांग्रेस की कमलनाथ सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. अब इस पूरे मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि वह वंदे मातरम गाने के फैसले को नए रूप से लागू करेंगे

FP Staff

मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम को लेकर पैदा हुआ राजनीतिक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य सरकार द्वारा सचिवालय में कर्मचारियों के इसे गाने पर रोक लगाने के बाद कांग्रेस की कमलनाथ सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. अब इस पूरे मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि वह वंदे मातरम को एक नया रूप देंगे और इसे गाने के फैसले को नए तरीके से लागू करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी घोषणा आज या कल में हो जाएगी.

राज्य की राजधानी भोपाल स्थित मंत्रालय में करीब 13 साल से हर महीने के पहले कामकाजी दिन वंदे मातरम गाने की परंपरा चली आ रही थी. राज्य की नई नवेली कांग्रेस सरकार ने इस पर फिलहाल रोक लगा दी है, इसी के बाद से यह एक राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है.

विपक्षी बीजेपी ने सत्ताधारी कांग्रेस की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदेश में ‘भारत माता की जय’ बोलने पर भी तो रोक नहीं लगा देगी.

अगर कांग्रेस को शर्म आती है तो मैं गाऊंगा वंदे मातरम

पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, 'अगर कांग्रेस को राष्ट्र गीत के शब्द नहीं आते हैं या फिर राष्ट्र गीत को गाने में शर्म आती है, तो मुझे बता दें. हर महीने की पहली तारीख को वल्लभ भवन (सचिवालय) के प्रांगण में जनता के साथ वंदे मातरम मैं गाऊंगा.'

वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने इस घटना को ज्यादा तूल न देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ मंगलवार को भोपाल में नहीं थे और सुधि रंजन मोहंती ने मंगलवार को ही मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव का कार्यभार संभाला, हो सकता है कि इसके चलते वंदे मातरम महीने के पहले कामकाजी दिन पर नहीं गाया गया हो. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी इस बात का बतंगड़ क्यों बना रही है? यदि यह आज नहीं गाया गया है, तो यह कल या बाद में गाया जाएगा. इसे गलत नजरिए से न देखा जाए.’