view all

राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी की नई समिति आम सहमति बना पाएगी ?

गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू इस समिति में शामिल हैं

Amitesh

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तीन सदस्यीय समिति बना दी है जो समिति राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने की कोशिश करेगी.

इस समिति में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू शामिल हैं. ये तीनों नेता अलग-अलग राजनीतिक दलों के मुख्य नेताओं से मिलकर राष्ट्रपति चुनाव को लेकर किसी एक उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने की कोशिश करेंगे.


दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अधिसूचना दो दिन बाद 14 जून को जारी हो रही है. 28 जून तक राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया जा सकता है. इसके पहले हर हाल में राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार का चयन कर लेना जरूरी है.

शाह के कदम के बाद बढ़ी सरगर्मी

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इस कदम के बाद राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है.

हालाकि विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पहले ही कमर कसी जा चुकी है. अलग-अलग दलों के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर पहले ही इस पर अपनी रणनीति को बनाना शुरू कर दिया है.

पिछले महीने सोनिया गांधी ने भोज पर सभी विपक्षी दलों के नेताओं को एक साथ एक मंच पर लाकर विपक्षी एकता दिखाने की कोशिश भी की थी.

लेकिन, इस मीटिंग में तय किया गया कि पहले सरकार के फैसले का इंतजार करना होगा. विपक्ष ने साफ कर दिया कि आम सहमति के लिए पहल पहले सरकार को करना होगा. लेकिन, अगर आम सहमति नहीं बन पाती है तो फिर विपक्ष साझा उम्मीदवार घोषित करेगा.

विपक्ष ने इशारों ही इशारों में किसी गैर-राजनीतिक व्यक्ति को राष्ट्रपति के पद पर बैठाने को लेकर अपनी तरफ से संकेत दिया था. अगर बीजेपी किसी राजनीतिक व्यक्ति को या फिर आरएसएस के बैकग्राउंड के नेता को इस पद के लिए आगे करती है तो विपक्ष इसका विरोध कर सकता है.

आंकड़े बीजेपी के पक्ष में

बीजेपी इस बात को समझती है, लिहाजा, अपनी तरफ से एक समिति बनाकर विपक्षी नेताओं का मन टटोलने की कोशिश कर रही है. इतना तय है कि आंकड़े बीजेपी के पक्ष में हैं. राष्ट्रपति वही बनेगा जो सरकार की पसंद का होगा.

फिर भी उसके पहले आम सहमति की एक कवायद की जा रही है जिससे ऐसा न लगे कि सरकार और बीजेपी ने विपक्ष से राय-मशविरा किए बगैर ही अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया.

अब बीजेपी की तीन सदस्यीय समिति राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आम सहमति बनाने की कोशिश कर रही है. लेकिन, अभी भी उम्मीदवारी को लेकर किसी का नाम सामने नहीं आ पा रहा है.