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नाम बदलने की राजनीति से ओतप्रोत सीएम योगी ने धर्म पर भी प्रैक्टिकल कर दिया

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में दिए अपने संबोधन में अर्धकुंभ को अर्धकुंभ कह कर ही संबोधित किया था, इसके बाद विपक्षी नेताओं को और ईंधन मिल गया

FP Staff

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहरों के नाम बदलने को लेकर सुर्खियों और विवादों में रहे हैं. लेकिन अब वह ऐसे ही एक नए विवाद में उलझ गए हैं. हालांकि इसबार उन्होंने किसी शहर का नाम नहीं बदला है. इसबार वह कुंभ का नाम बदल कर विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं.

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में होने वाले अर्धकुंभ को कुंभ कह कर घोषित कर प्रचार कर रहे हैं. वहीं यूपी सरकार ने कुंभ का नाम भी महाकुंभ कर दिया है. विपक्षी दलों ने इसे सनातन अस्था के साथ खिलवाड़ बताया है. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रयागराज की यात्रा ने इस विवाद में विपक्षी दलों को ईंधन देने का काम भी किया है.


पीएम मोदी ने भी कहा था अर्धकुंभ

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में दिए अपने संबोधन में अर्धकुंभ को अर्धकुंभ कह कर ही संबोधित किया था. इसके बाद विपक्षी नेताओं को और ईंधन मिल गया. राजनीतिक विशलेषकों की माने तो योगी इस अर्धकुंभ का आयोजन इतने भव्यता से करना चाहते हैं कि यह कुंभ की तरह लगे. इस कड़ी में उन्होंने इसका नाम ही बदल दिया.

दरअसल कुंभ और अर्धकुंभ का अपना-अपना महत्व है. कुंभ हर 12 साल के बाद आता है. जबकि इसके आधे समय यानी छह साल के अंतराल पर इसे अर्धकुंभ कहा जाता है. इन दोनों का ही आयोजन भव्य होता है. लेकिन इस बार छह वर्ष पूरे होने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश सरकार इसे कुंभ के नाम से प्रचारित कर रहे हैं.

विपक्ष की मांग अर्धकुंभ को कहें अर्धकुंभ

प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के बाद अब विपक्ष और मजबूती से यूपी के सीएम के इस फैसले का विरोध कर रहा है. और विपक्ष की मांग है कि अर्धकुंभ के आयोजन में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं और पोस्टरों पर कुंभ की जगह अर्धकुंभ ही लिखा जाए.

खैर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे कुंभ कहने की जिद पर ही अडे़ हैं और विपक्ष विरोध करने का अपना कर्तव्य निभा रहा है. इसी बीच लोग अपनी आस्था के आधार पर आज भी इसे अर्धकुंभ ही कह कर संबोधित कर रहे हैं.