view all

कांग्रेस में शामिल होने के लिए जिग्नेश ने रखी यह शर्त

पार्टी के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत ने मीडिया को राहुल के आवास पहुंचने की इत्तिला भी दे दी लेकिन आखिरी वक्त में मेवाणी ने गच्चा दे दिया

FP Staff

गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच मुलाकात का कार्यक्रम अंतिम समय में रद्द करना पड़ा. जिग्नेश सोमवार देर रात दिल्ली पहुंचे और मंगलवार सुबह 11 बजे उन्हें राहुल से मिलना था.

पार्टी के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत ने मीडिया को राहुल के आवास पहुंचने की इत्तिला भी दे दी लेकिन आखिरी वक्त में मेवाणी ने गच्चा दे दिया. सूत्रों के मुताबिक जिग्नेश ने कांग्रेस से दलितों के लिए स्पष्ट रोडमैप की मांग की है.


जिग्नेश ने चुनावी समर्थन के लिए रखी शर्त 

हार्दिक पटेल के बाद अब दलित युवा नेता जिग्नेश ने भी कांग्रेस के सामने चुनावी समर्थन के लिए शर्त रख दी है. राहुल से मिलने दिल्ली पहुंचे जिग्नेश तय वक्त सुबह 11 बजे 12 तुग़लक़ लेन नहीं पहुंचे. पार्टी के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत उनका इंतज़ार करते रहे और जब जिग्नेश नहीं पहुंचे तो उन्होंने ये कहकर बात टाल दी कि जिग्नेश ने उनसे 2 बार मुलाकात की है और आगे राहुल से भी मुलाकात होगी.

दरअसल जिग्नेश को लगा कि राहुल से मिल लेने के बाद अपने लोगों को बताने के लिए उनके पास कुछ ठोस होना चाहिए लिहाजा कांग्रेस के सामने नई मांग रख दी. अब जिग्नेश तभी राहुल गांधी से मिलेंगे जब कांग्रेस उनको लिखित आश्वासन देगी.

जिग्नेश ने फेसबुक पर क्या लिखा?

वहीं जिग्नेश ने अपने फेसबुक पर लिखा कि 'वो अपने व्यक्तिगत हित के लिए राहुल गांधी या किसी और नेता से नहीं मिलेंगे बल्कि दलित हित के लिए मिलेंगे, जब मिलेंगे तो सबके सामने मिलेंगे न कि छुप छुपा के.

सूत्रों का कहना है कि पहले कांग्रेस ने जिग्नेश को पार्टी में शामिल होने को कहा लेकिन उनके इनकार के बाद समर्थन पर बात हो रही है. कांग्रेस ने उम्मीद जताई कि जिग्नेश की मांगों पर विचार के बाद उनको राहुल गांधी से मिलवाया जाएगा. पार्टी जिग्नेश की मांगों पर सैद्धान्तिक सहमति देती है. गुजरात में दलित वोटर लगभग 7 फीसदी हैं और कांग्रेस की नज़र इसी वोट बैंक को अपने पाले में करने की है.

(न्यूज18 से दिनेश मौर्या की रिपोर्ट)