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जब कश्मीरी कहें आजादी तो समझिए स्वायत्तता: चिदंबरम

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा है कि राज्य के लोगों की भावनाओं को समझे जाने की जरूरत है

FP Staff

पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने कहा है कि जब जम्मू और कश्मीर के लोग आजादी की मांग करते हैं तो इसका मतलब होता है वो स्वायत्तता चाहते हैं. ये बात उन्होंने शनिवार को राजकोट में अर्थव्यवस्था पर रखे गए एक कार्यक्रम के दौरान कही.

जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर उन्होंने कहा, ' राज्य को जितना मैं समझ पाया हूं उससे इसी निष्कर्ष पर पहुंचा कि जब वहां के लोग आजादी मांगते हैं तो इसका मतलब होता है कि उन्हें स्वायत्तता चाहिए'. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को और ज्यादा अधिकार दिए जाने की जरूरत है और कुछ हिस्सों को स्वायत्तता भी प्रदान की जा सकती है.


वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों को स्वायत्तता देने पर जरूर विचार होना चाहिए. ये भारत का हिस्सा बना रहेगा लेकिन आर्टिकल 370 के मुताबिक और ज्यादा अधिकार दिए जाने की जरूरत है.

अहमद पटेल का इस्तीफा मांगा जाना आपत्तिजनक

गुजरात में पकड़े गए दो आईएस संदिग्ध के मामले में बीजेपी द्वारा अहमद पटेल का इस्तीफा मांगे जाने को पी. चिदंबरम ने आपत्तिजनक करार दिया है. उन्होंने कहा पटेल उस अस्पताल के ट्रस्टी थे लेकिन साल 2015 में उन्होंने वहां से इस्तीफा दे दिया था. अगर कोई आदमी किसी अस्पताल में एक टेक्निशियन के तौर पर ज्वाइन करे और उसका लिंक आईएस के साथ निकले तो इससे अस्पताल के उस ट्रस्टी का क्या लेना-देना जो तीन साल पहले ही इस्तीफा दे चुका हो.

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भरूच एक अस्पताल से पकड़े गए दो आईएस के संदिग्धों के मामले में अहमद पटेल का इस्तीफा मांगा है. इस पर अहमद पटेल ने कहा है कि वो तीन साले पहले वहां से अपना इस्तीफा दे चुके हैं.

सुनामी से बड़ी त्रासदी है नोटबंदी

राजकोट में जम्मू-कश्मीर पर बड़ा बयान देने के बाद पी. चिदंबरम ने मुंबई के एक कार्यक्रम में नोटबंदी को मानवजनित त्रासदी बताया. उन्होंने कहा कि साल 2014 में आई सुनामी के बाद से नोटबंदी मानवजनित सबसे बड़ी त्रासदी है जिसने आम लोगों का जीवन बेहाल कर दिया.