पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष के मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी को लेकर दिए एक बयान से पार्टी के अंदर खलबली मच गई है. शनिवार को दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी देश की पहली बंगाली मूल की प्रधानमंत्री बन सकती हैं.
दरअसल 5 जनवरी को ममता बनर्जी का जन्मदिन था. दिलीप घोष ने उन्हें इसकी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वो उनकी अच्छी सेहत और जिंदगी में कामयाबी की दुआ करते हैं, ‘क्योंकि हमारे राज्य का भविष्य उनकी सफलता पर निर्भर करता है.’
उन्होंने कहा कि ज्योति बसु देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सके क्योंकि उनकी पार्टी (सीपीआई-एम) ने ऐसा नहीं होने दिया. मगर ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने की अच्छी संभावनाएं हैं.
हालांकि दिलीप घोष ने राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी रोकने के लिए ममता बनर्जी की आलोचना भी की. उन्होंने कहा, 'लोग इस बात को याद रखेंगे कि आखिर कैसे ममता ने प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी रोकने की कोशिश की थी.'
घोष के इन बयान से पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई. हालांकि बाद में उन्होंने यह कहकर इसपर सफाई दी कि जन्मदिन के मौके पर वो ममता बनर्जी के बारे में खराब चीजें नहीं कहना चाहते थे. उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी होने नहीं जा रहा है. इसे केवल मजाक में लेना चाहिए.
बता दें कि पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ममता बनर्जी का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में सामने रखा था.