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मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों से मांगा रिपोर्ट कार्ड, पूछी 5 उपलब्धियां

Bhasha

मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरा होने से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों से अपनी उन पांच उपलब्धियों का ब्यौरा देने को कहा गया है जिनसे लोगों को फायदा हुआ हो.

साथ ही उनसे बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से इस दिशा में हुए महत्वपूर्ण सुधार और तुलनात्मक आंकड़ा पेश करने को कहा गया है.


इस सप्ताह भेजे पत्र में सूचना और प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सभी मंत्रियों से आंकड़ों और अपने विचार भेजने को कहा है.

पत्र के अनुसार, इन आंकड़ों और उपलब्धियों की जानकारी को एक पुस्तिका के रूप में 26 मई से पहले प्रकाशित किया जायेगा. इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पदभार ग्रहण किया था.

वेंकैया नायडू ने सभी मंत्रियों से कहा कि वे तीन पृष्ठों में इन जानकारियों को भेजे. इसमें पांच आयामों का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए.

मंत्री आंकड़ों के साथ बताएं सफलता की कहानी 

मंत्री उन पांच उपलब्धियों का ब्यौरा दें जिनसे लोगों को फायदा हुआ हो या लोगों ने जिसकी सराहना की हो . मंत्रालय के कामकाज का प्रदर्शन करने वाले विषयों के साथ 2014 से 2017 के बीच महत्वपूर्ण कार्यक्रमों और योजनाओं के कार्यान्वयन का तुलनात्मक आंकड़ा दें.

मसलन, 2014 में कितने एलपीजी कनेक्शन थे और अब 2017 में इनकी संख्या कितनी हो गई है.

पत्र के अनुसार, मंत्रियों से प्रक्रिया, नीति, कामकाज, कार्यक्रमों समेत मंत्रालय की ओर से पेश महत्वपूर्ण सुधारों की जानकारी देने के साथ एक पैराग्राफ में दो प्रमुख सफलता की कहानी की जानकारी देने को कहा गया है.

इससे पहले 21 मार्च को लिखे पत्र में वेंकैया नायडू ने मंत्रियों और बीजेपी नेताओं से यह बताने का आग्रह किया था कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार आने के बाद से लोगों के जीवन में क्या सकारात्मक बदलाव आए हैं.

बनाएं ठोस योजना 

केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि देश का मिजाज स्पष्ट तौर पर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में है. हम सभी को टीम मोदी का सदस्य बनने पर गर्व है जो दिन रात करोड़ों भारतीय के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं जिनकी लगातार सरकारों ने उपेक्षा की. इन प्रयासों से फल स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रहे हैं.

वेंकैया ने कहा कि हमें ठोस योजना तैयार करनी चाहिए और तथ्यों, आंकड़ों और सरकार की उपलब्धियों के साथ तैयार रहना चाहिए.

विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर को प्रधानमंत्री के विदेश दौरों और इनके परिणामों तथा विदेशों से निवेश के प्रवाह में वृद्धि आदि का ब्यौरा तैयार करने को कहा गया है.

इसी प्रकार से सांसद स्वप्न दासगुप्ता और चंदन मित्रा को बौद्धिक परिचर्चा का ब्यौरा तैयार करने के साथ किसी तरह के नकारात्मक प्रस्तुति का जवाब तैयार करने का दायित्व सौंपा गया है.