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उत्तराखंड में चुनाव प्रचार का शोर थमा

उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर 15 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए सोमवार शाम चुनाव प्रचार का थम गया.

PTI

उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर 15 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए सोमवार शाम चुनाव प्रचार का थम गया.

प्रदेश निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थमने के बाद अब प्रत्याशी अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिये कोई जनसभा या रैली नहीं कर सकेंगे. हालांकि, वे जनसंपर्क के माध्यम से अपना प्रचार जारी रख सकते हैं.


उत्तराखंड की कर्णप्रयाग सीट पर कल बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप कान्वासी की सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु के कारण वहां चुनाव स्थगित किए जाने के बाद अब प्रदेश की 69 सीटों पर मतदान होगा.

प्रदेश के 75,12,559 मतदाता 15 फरवरी को 628 प्रत्याशियों का भाग्य इलैक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में बंद कर देंगे.

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प्रदेश में 20 जनवरी को विधानसभा चुनावों की अधिसूचना जारी होने के साथ पार्टियों और प्रत्याशियों का शुरू हुआ चुनाव प्रचार पिछले 15 दिन में अपने चरम पर पहुंच गया.

इस दौरान प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रहे दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों, कांग्रेस और बीजेपी, सहित अन्य दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिये अपनी पूरी ताकत झोंक दी.

मौजूदा विधानसभा में पिथौरागढ़ जिले की धारचूला सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्यमंत्री हरीश रावत इस बार दो जगह से  चुनाव लड़ रहे हैं. वे हरिद्वार (ग्रामीण) के अलावा उधम सिंह नगर जिले की किच्छा सीट से उम्मीदवार हैं.

प्रदेश निर्वाचन कार्यालय ने बताया कि बुधवार को होने वाले मतदान की पूरी तैयारियां कर ली गयी हैं. मतदान प्रक्रिया को सुचारू ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस सहित करीब 20,0000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है.

इस बीच, मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने 15 फरवरी को मताधिकार के प्रयोग हेतु प्रदेश के सभी औद्योगिक संस्थानों, दुकानों, सरकारी और निजी कार्यालयों, बैंको तथा शैक्षणिक संस्थाओं में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है.

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