जीएसटी के खिलाफ देश भर में कपड़ा उद्योग से जुड़े कारोबारी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इनके विरोध-प्रदर्शन पर चिंता जाहिर करते हुए राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने कहा कि जीएसटी का हथकरघा उधोग पर नकारात्मक असर पड़ा है.
यह मुद्दा शून्यकाल में उठाया गया था. इनमें से कुछ लोगों ने यह मांग रखी कि कपड़ा क्षेत्र को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए. सूरत सहित देश के विभिन्न हिस्सों में जीएसटी के खिलाफ हुए हालिया प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कांग्रेस के आनंद भास्कर रापोलू ने कहा कि जीएसटी हथकरघा क्षेत्र में तबाही ला देगा.
क्या है मांग?
रापोलू ने कहा कि हथकरघा क्षेत्र में जीएसटी की दरें कम करनी चाहिए. उनके इस मुद्दे से सहमति जताते हुए तृणमूल कांग्रेस के अहमद हसन और सुखेन्दु शेखर राय ने भी पश्चिम बंगाल रेडीमेड कपड़ा दुकानदारों की हड़ताल का जिक्र किया.
कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य अहमद पटेल ने कहा कि कपड़ा व्यापारी असंगठित क्षेत्र के कामगारों के साथ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छोटे कारोबारी पहले कभी भी कर के दायरे में नहीं रहे. कपड़ा क्षेत्र को जीएसटी प्रतिस्पर्धा से अलग कर देगा.