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UPA की राफेल डील सभी मेक इन इंडिया कार्यक्रमों की जननी थी: गुलाम नबी आजाद

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, यूपीए सरकार में किए गए राफेल डील में फ्रांस से 18 विमान खरीदने और बाकी विमानों की भारत में निर्माण का प्रावधान देश के सभी मेक इन इंडिया कार्यक्रमों की जननी थी

FP Staff

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मोदी सरकार की राफेल डील पर निशाना साधा है. रविवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में उन्होंने कहा, यूपीए के समय में की गई राफेल डील सभी मेक इन इंडिया कार्यक्रमों की जननी थी(Mother Of All Make In India Initiatives).

आजाद ने कहा, 'फ्रांस से 18 विमान खरीदने और बाकी विमानों की भारत में निर्माण का प्रावधान देश के सभी मेक इन इंडिया कार्यक्रमों की जननी थी.' उन्होंने कहा, 'भारत में मेक इन इंडिया के लिए सबसे बड़ी पहल यूपीए सरकार के दौरान हुई. 50 हजार करोड़ की राफेल डील और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) के साथ इसके ऑफसेट यूनिट का कॉन्ट्रैक्ट भारत में लगना था. इससे 24,000-25,000 इंजीनियर्स को जॉब मिलती.'

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार की नई डील के मुताबिक, फ्रांस से 36 उड़ने के लिए तैयार राफेल विमान खरीदना मेक इन इंडिया कार्यक्रमों के साथ मजाक करने जैसा है. आजाद ने कहा कि, यूपीए सरकार की डील के मुताबिक, 108 राफेल जेट विमानों को एचएएल को बनाना था. इससे देश को दूसरे पर निर्भर नहीं होना पड़ता.

कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाती रही है कि एनडीए सरकार में किए गए नए राफेल डील में भ्रष्टाचार है. पार्टी अध्यक्ष अपनी हर रैली में जनता को बताते हैं कि राफेल डील के जरिए पीएम मोदी ने सिर्फ एक बिजनेसमैन को फायदा पहुंचाया. राहुल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था, राफेल बनाने वाली दसॉ एविएशन ने घाटे में चल रही कंपनी में निवेश क्यों किया?