यूपी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सूबे में नेता ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. गुरुवार को अखिलेश यादव मुजफ्फरनगर के खतौली में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. आगामी चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन कर रही सपा का पूरा जोर बीजेपी के खिलाफ लामबंद होने पर रहा.
सीएम अखिलेश यादव ने भाजपा के खिलाफ जुबानी जंग छेड़े रखा. अखिलेश ने भाजपा को लड़ाई से बाहर बता दिया. उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव के मैदान में भाजपा कहीं नहीं टिक रही है. उन्होंने दावा किया कि इस बार भी सूबे में समाजवादियों की ही सरकार बनेगी और कांग्रेस के साथ आने से जीत का आंकड़ा 300 सीटों के पार जाएगा.
सपा-कांग्रेस में कोई गलतफहमी नहीं
सपा-कांग्रेस गठबंधन की बात करते हुए उन्होंने साफ किया कि हमारे बीच जो गलतफहमियां थीं, वह दूर हो गई हैं. हम अब चुनावी मैदान में साथ हैं और अगली सरकार हमारी होगी. बहुमत तो हम पहले भी ला रहे थे, लेकिन अब जीत का आंकड़ा तीन सौ के पार चला जायेगा.
भाषण में उनका जोर अपनी उपलब्धियों पर भी था. अखिलेश इस बार विकास को अपना चुनावी मुद्दा बना रहे हैं. उन्होंने यहां भी कहा कि वो प्रदेश के विकास के लिए कार्य करते रहेंगे.
नोटबंदी पर सपा शुरु से ही बीजेपी के खिलाफ खड़ी रही है. उसके लिए ये एक महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दा है. अखिलेश इसका पूरा फायदा उठाना चाहते हैं. उन्होंने बीजेपी नेताओं को चालू कहते हुए कहा कि नोटबंदी में कई लोगों की मौतें हुईं लेकिन बीजेपी ने इसके लिए कुछ नहीं किया.
बीजेपी कहती है कि वो कालेधन के खिलाफ है और अच्छे दिन लाएगी. लेकिन अभी तक कालाधन वापस नहीं आया है और अच्छे दिन कहां है? मुझे तो नहीं दिख रहे.
गुरुवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी बुलंदशहर में रैली की और राहुल गांधी पंजाब चुनावों को लेकर पंजाब में ताल ठोंक रहे हैं.