उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने चुनाव अभियान का आगाज करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. अखिलेश ने सुलतानपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि कांग्रेस के साथ आने से इस बार समाजवादी पार्टी 300 से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाएगी. अखिलेश के भाषण की खास बात यह रही कि उन्होंने बहुजन समाज पार्टी और मायावती को कोई तवज्जो नहीं दी.
अखिलेश यादव ने नोटबंदी और अच्छे दिनों के वादे को लेकर पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि जनता से अच्छे दिनों का झूठा वादा किया गया. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर गरीबों की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि तीन बजट पास हो गए लेकिन गरीबों के लिए कोई काम नहीं किया गया.
अखिलेश ने नोटबंदी को भी गरीब विरोधी बताते हुए कहा, ‘दुनिया में कहीं भी ऐसा नही सुना. कोई एक रात में ही आपके नोटों को बेकार बता दे.’ अखिलेश ने नोटबंदी के कारण देशभर में 70 से 80 लोगों की मौत का जिम्मेदार मोदी सरकार को ठहराया.
पारिवारिक और पार्टी की लड़ाई में जीत कर जनता के बीच आए ‘टीपू सुल्तान’ अखिलेश ने अपने पिता के साथ कलह पर भी मंच से सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि हमने बहुत लड़ाई लड़ी है. जिसके बारे में आपने अखबार में पढ़ा होगा. कहानियां भी खूब सुनी होगीं. विरोधी भी इस लड़ाई की आपको खूब कहानियां सुनाएंगे. लेकिन मैंने यह सब आपके भले के लिए किया है.
सुलतानपुर से अपने विधायक अनूप सांडा के लिए वोट मागंते हुए अखिलेश ने पांच साल के दौरान अपने कामों को फेहरिस्त जनता के सामने रखी. उन्होंने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे, समाजवादी पेंशन योजना, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, डायल 100 का जिक्र किया.
अखिलेश सरकार पर कानून व्यवस्था में ढिलाई बरतने के आरोप लगते रहे हैं. अपने भाषण में अखिलेश नें जनता के सामने पुलिस को ज्यादा जिम्मेदार और संवदेनशील बनाने का वादा किया.