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गाजियाबाद रैली: मेरा हिसाब न मांगें अपना हिसाब दें अखिलेश

पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान सीएम अखिलेश द्वारा बीजेपी से हिसाब-किताब मांगने पर पलटवार किया

FP Staff

पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान सीएम अखिलेश द्वारा बीजेपी से हिसाब-किताब मांगने पर पलटवार किया है. उन्होंने गाजियाबाद रैली में यूपी में सत्तासीन समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये विधानसभा चुनाव है. मैं अपना हिसाब 2019 के चुनाव में दूंगा.

चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद अपनी दूसरी रैली में बोल रहे पीएम मोदी ने राज्य के कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए. भाषण की शुरुआत ही उन्होंने महिला सुरक्षा के मुद्दे से की. उन्होंने कहा कि आज राज्य में लड़कियों का शाम होने के बाद घर से निकलना संभव नहीं है. उन्हें फब्तियों का शिकार होना पड़ता है. लेकिन राज्य सरकार इसके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाती क्योंकि ऐसा करने वाले उनकी पार्टी से ही जुड़े हुए हैं. सरकार ने हर आदमी का इलाका बांट रखा है.


पीएम ने दावा किया कि अगर यूपी में बीजेपी की सरकार आती है तो प्रशासनिक अवस्था में सुधार किया जाएगा. इसके लिए उन्होंने कल्याण सिंह की सरकार का हवाला देते हुए कहा कि तब सारे गंडे जेल में नजर आते थे.

परिवर्तन संकल्प रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए पार्टी कार्यकर्ता (फोटो: पीटीआई)

इसके अलावा पीएम ने अपने भाषण में यूपी के किसानों को लुभाने की भी पूरी कोशिश की. इस मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि एसपी सरकार ने किसानों के साथ भी धोखा किया है. उन्होंने बीजेपी के मेनीफेस्टो का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें छोटे किसानों के ऋण माफी की बात की गई है. उन्होंने कहा कि मैं इस बात की जिम्मेदारी लेता हूं कि बीजेपी की सरकार आने पर यह पहला काम किया जाएगा.

युवाओं की बात कर पीएम ने राज्य में एक बार फिर जातिवाद का मुद्दा छेड़ा. उन्होंने कहा कि राज्य में युवाओं के पास नौकरी के अवसर नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम राज्य में वैकेंसी की प्रक्रिया को और ज्यादा पारदर्शी बनाएंगे. उन्होंने सरकारी नौकरियों में इंटरव्यू प्रक्रिया पर भी तीखा प्रहार किया. उन्होंने कई श्रेणी में इंटरव्यू की प्रक्रिया समाप्त करने की बात भी कही.

इसके अलावा भी कई मद्दों पर पीएम ने एसपी, बीएसपी और कांग्रेस पर कई मुद्दों पर हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस को डूबती हुई नाव कहकर मजाक भी उड़ाया और कहा कि अखिलेश यादव बीजेपी से इतने डरे हुए हैं कि डूबती नाव में सवार हो गए.