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यूपी चुनाव 2017: उत्तर प्रदेश को 'टू-जी' से खतरा- राजीव शुक्ला

राजीव शुक्ला ने पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा

FP Staff

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश को दो गुजरातियों यानि 'टू-जी' के झूठ और खतरों से बचना होगा. उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ओर था जिनका संबंध गुजरात से है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झूठ बोलने में पीएचडी कर रखी है. उन्हें तो अपने नाम के आगे डॉक्टर लिखना चाहिए. मंगलवार को एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में शुक्ला ने कहा कि भाजपा यूपी की जनता को गुमराह करने के लिए हर तिकड़म अपना रही है. जब हार का एहसास होने लगा तो भावनात्मक मुद्दे भड़काने की कोशिश शुरू कर दी.


उन्होंने कहा, "मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान जितने वादे किए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ है. दो करोड़ के रोजगार के दावे के उलट दो लाख को भी रोजगार नहीं मिला."

उन्होंने कहा, "गंगा की एक इंच भी सफाई नहीं हुई. दाऊद को 15 दिन के अंदर भारत लाने का वादा वह भूल चुके हैं. वहीं, पाकिस्तान को सबक सिखाने के वादे के उलट 100 से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं."

सपा-कांग्रेस गंठबंधन पर उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव पिछले पांच साल से प्रदेश में विकास कर रहे हैं. अब राहुल गांधी भी विकास के मुद्दे पर उनके साथ जुड़े हैं. प्रदेश में कांग्रेस-सपा गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. पूरे प्रदेश में गठबंधन को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. आज अखिलेश यादव और राहुल विकास की बात कर रहे हैं तो प्रधानमंत्री इधर-उधर की बातें कर रहे हैं."

प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा, "विदेश के दौरों का रिकार्ड बनाने वाले मोदी के कार्यकाल में श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल जैसे पड़ोसियों से भी रिश्ते ठीक नहीं हैं. केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद से विदेश नीति पूरी तरह फेल है."

जीएसटी पर मोदी सरकार को घेरते हुए शुक्ला ने कहा, "बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी पर सर्वाधिक रोड़ा अटकाया. देश के लिए खतरनाक 'टू-जी' आज आतंकी कसाब की बात करते हैं. कांग्रेस के ही शासनकाल में कसाब को फांसी दी गई थी."

नोटबंदी पर सवाल खड़ा करते हुए शुक्ला ने कहा, "पांच लाख करोड़ रुपये का काला धन निकालने के लिए की गई नोटबंदी का हश्र देश देख रहा है. पांच रुपये भी काला धन खजाने में नहीं पहुंचा. उल्टे देश को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा."

( साभार: न्यूज 18 )