उन्नाव रेप केस पीड़िता के परिवार और विधायक के परिवार से एक समय अच्छे रिश्ते थे. माखी गांव में दोनों के घर एक दूसरे के सामने है. रेप की घटना होने से पहले पीड़ित और उसके अन्य भाई-बहन विधायक को भैया कह कर बुलाया करते थे.
पिछले साल जून में नौकरी देने के बहाने विधायक ने पीड़िता को घर पर बुलाया था. इसी दौरान बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ रेप कर दिया.
पीड़िता ने बताया कि रेप के बाद बीजेपी विधायक ने धमकी दी कि अगर इस घटना के बारे में मुंह खोला तो पिता और परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी जाएगी.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, धमकी मिलने के बाद पीड़िता ने इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताया. कुछ ही दिन बाद उसका अपहरण कर के किसी से बेच दिया गया और उन लोगों ने पीड़िता के साथ रेप किया. किसी तरह वहां से बच निकलने के बाद पीड़िता ने फिर पूरी बात को बताई.
गुरुवार को सरकार के आदेश के बाद पुलिस ने इस मामले में विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. हंगामा बढ़ने के बाद इस मामले की जांच को सीबीआई को सौंप दिया गया है. शुक्रवार को सीबीआई ने बीजेपी विधायक सेंगर को हिरासत में लिया और पूछताछ की जा रही है.
इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया गया है. मुझे लगता है सीबीआई को आरोपी विधायक को भी गिरफ्तार कर लेना चाहिए था. मेरी सरकार इस मामले में कोई कोताही नहीं बरतेगी. कोई आरोपी कितना भी रसूखदार हो, हमारी सरकार उसे नहीं छोड़ेगी.