view all

दिल्ली एम्स में भीड़ बढ़ा रहे हैं बिहार के लोग: अश्विनी चौबे

कांग्रेस ने अश्विनी चौबे से इस बयान को लेकर बिहार की जनता से माफी मांगने और प्रधानमंत्री से ऐसे मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है

FP Staff

बिहार के लोगों के दिल्ली एम्स में आने पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के विवादित बयान पर राजनीति गरमा गई है.

रविवार को अश्विनी चौबे ने बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार के लोग छोटी बीमारियों को लेकर दिल्ली एम्स पहुंच जाते हैं और इसी से वहां भीड़ बढ़ जाती है.


रविवार को पटना में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की शुरूआत की और इसी मौके पर उन्होंने ये बातें कही.

विपक्ष ने की निंदा, जेडीयू ने दी ऐसे बयानों से बचने की नसीहत

इस बयान के मीडिया में आने के बाद आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सोमवार को कहा कि सत्ता में बैठे लोग सत्ता के नशे में मदहोश हो गए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को यह अधिकार है कि कोई कहीं भी इलाज करा सकता है. मंत्री जी का यह बयान संविधान के खिलाफ है और उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर निकाल देना चाहिए.

इधर, आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में अश्विनी चौबे को मानसिक दिवालियेपन का शिकार बताते हुए कहा कि बीजेपी ने हमेशा ही बिहार और बिहारियों का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि इस बयान के लिए चौबे और बीजेपी को बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.

कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने अश्विनी चौबे से इस बयान को लेकर बिहार की जनता से माफी मांगने और प्रधानमंत्री से ऐसे मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है. इस बीच जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने चौबे को ऐसे बयानों से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि दिल्ली के एम्स में बिहार के ही ज्यादा चिकित्सक हैं. बिहार के लोग हर जगह हैं, ऐसे में बिहार के लोग कहीं भी इलाज कराने जा सकते हैं.

हालांकि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता मंगल पांडेय ने चौबे के बयान का बचाव करते हुए कहा कि वे यह कहना चाहते थे कि पटना में बना नया एम्स दिल्ली एम्स की तरह विकसित हो चुका है और अब बिहार के लोगों को अब दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है.

अश्विनी चौबे बिहार में बक्सर से सांसद हैं. 2012 में जब वे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री थे तब उन्होंने एक और विवादित बयान देते हुए कहा था कि हड़ताल पर जाने वाले डॉक्टरों के हाथ काट लेने की बात कही थी.