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प्रवीण तोगड़िया का राम मंदिर मुद्दे को लेकर पीएम मोदी और आरएसएस पर हमला

विश्व हिंदू परिषद छोड़ने के बाद तोगड़िया ने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद् का गठन किया. तोगड़िया ने कहा कि ये संस्था हिंदू राजनीति करेगी

FP Staff

विश्व हिंदू परिषद् के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने पीएम मोदी और आरएसएस चीफ मोहन भागवत पर अयोध्या में राम मंदिर बनवाने के अपने वादे को पूरा न करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही तोगड़िया ने इस बात के लिए भी भागवत का विरोध किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'हिंदू राष्ट्र का मतलब ये नहीं कि वहां मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं रह जाती'.

मोहन भागवत ने इस साल सितम्बर में दिल्ली में हुए आरएसएस के सम्मेलन में ये बात कही थी. भागवत ने कहा था- 'हिंदू राष्ट्र का मतलब ये नहीं कि यहां मुस्लिमों के लिए जगह नहीं. जिस दिन ये कहा जाने लगेगा उस दिन हिंदुत्व नहीं रहेगा. हिंदुत्व वसुधैव कुटुम्बकम की बात करता है.'


तोगड़िया ने कहा- 'मैं ये पूछना चाहता हूं कि गौ रक्षकों, लव जिहादियों, पत्थरबाजों और कश्मीर में पाकिस्तान का झंडा फहराने वालों के बगैर क्या कोई हिंदुत्व नहीं होगा.' उन्होंने कहा- 'हमने 52 साल पहले ये सोचकर आरएसएस ज्वाइन किया था कि ये हिंदू संस्था है. लेकिन अब लगता है कि इसकी दिलचस्पी सिर्फ मुस्लिम समुदाय में है.'

पीएम मोदी राम मंदिर के अपने वादे से मुकर गए:

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पूर्व वीएचपी नेता ने कहा कि आरएसएस की दिलचस्पी अयोध्या में राम मंदिर बनवाने की थी ही नहीं. उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रमुख को मंदिर बनाने की मांग करने के बजाए, पीएम मोदी को 'आदेश' देना चाहिए कि सरकार संसद में राम मंदिर बनवाने के लिए रास्ता साफ करने का कानून लाए.

इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी पर मुसलमानों के 'तुष्टीकरण' और अयोध्या में राम मंदिर बनवाने के मुद्दे से पीछे हटने का भी आरोप लगाया. तोगड़िया ने कहा- 'जब एससी/एसटी एक्ट की बात आती है तो मोदी कहते हैं कि इस मुद्दे पर संसद फैसला लेगी. लेकिन जब राम मंदिर बनवाने का मुद्दा आता है तो पीछे हट जाते हैं और कहते हैं कि इस मुद्दे पर फैसला कोर्ट लेगी संसद नहीं.

विश्व हिंदू परिषद छोड़ने के बाद तोगड़िया ने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद् का गठन किया. तोगड़िया ने कहा कि ये संस्था हिंदू राजनीति करेगी.