view all

टीपू सुल्तान जयंती विवाद: कांग्रेस जेडीएस राष्ट्रविरोधी काम कर रही है- बीजेपी

टीपू सुल्तान की जयंती के जश्न को लेकर कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस जेडीएस गठबंधन आमने सामने खड़े हो गए हैं. दोनों एक दूसरे पर राष्ट्र विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं

FP Staff

18वीं सदी के मैसूर शासक टीपू सु्ल्तान की जयंती मनाने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस जेडीएस गठबंधन के बीच ठन गई है. एक तरफ जहां कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राज्य सरकार के इस कदम को मुसलमानों को रिझाने के लिए उठाया गया कदम बताया. तो वहीं कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि हर समुदाय का सम्मान होना चाहिए.

टाइम्स नाउ के मुताबिक येदीयुरप्पा ने कहा कि- हम टीपू जयंती का विरोध करते हैं. कोई भी इस जश्न को अच्छा नहीं कहेगा. टीपू जयंती मनाने के पीछे सरकार द्वारा मुसलमानों को खुश करने की ही मंशा है. यहां तक की कांग्रेस और जेडी एस के अंदर के लोग भी इस कदम का विरोध कर रहे हैं.


इसके पहले अनंत हेगड़े ने राज्य सरकार के इस कदम का विरोध किया था. हेगड़े ने टीपू सुल्तान को हिंदू विरोधी और कन्नड़ विरोधी बताया था. उन्होंने कहा- एक क्रूर शासक की जयंती मनाने की कोई जरुरत नहीं. राज्य सरकार को आधिकारिक आमंत्रण पत्र में मेरा नाम नहीं डालना चाहिए.

सीएम कुमारस्वामी को भी निमंत्रण नहीं:

हालांकि यह देखना दिलचस्प है कि सीएम कुमारस्वामी का भी नाम आमंत्रण पत्र में नहीं है. और पिछले सालों की तरह बीजेपी के भी किसी नेता को न्योता नहीं दिया गया है. विधान सभा में राज्य के उप मुख्यमंत्री परमेश्वरा ही सारे जश्न की देख रेख करेंगे.

कांग्रेस के डीके शिवकुमार का कहना है कि बीजेपी हमेशा ही राष्ट्रीय देशभक्त का विरोध करती है. टीपू सुल्तान का लंबा इतिहास है और टीपू जयंती मनाने में कुछ भी गलत नहीं है. बीजेपी का अपना राजनीतिक एजेंडा है. वे हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के बीच मतभेद पैदा करना चाहते हैं.

इसके साथ ही शिवकुमार ने राष्ट्रीय देशभक्तों का विरोध करने के लिए बीजेपी की निंदा की और कहा कि बीजेपी हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के बीच विवाद पैदा करना चाहती है. साथ ही उन्होंने पिछले साल संसद में दिए गए राष्ट्रपति के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ब्रिटिश शासकों के खिलाफ ऐतिहासिक लड़ाई के लिए सदन में टीपू सुल्तान की सराहना की थी.