छत्तीसगढ़ में कुछ ही समय में चुनाव होने हैं. सभी राजनीतिक दल अपनी पार्टी के प्रचार में जुटे हुए हैं. एंटी इनकंबेंसी और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला के मैदान में उतरने के चलते, मुख्यमंत्री रमन सिंह के लिए इस बार चुनाव में जीत दर्ज करना आसान नहीं होगा. न्यूज 18 के मुताबिक, इस सब के बीच एक उम्मीदवार ऐसा भी है, जिसके पास न ही चुनाव प्रचार करने के लिए पैसे हैं और न ही राजनीति को कोई भारी ग्यान है. इनका नाम है प्रतिमा वासनिक.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा मिले आंकड़ों के मुताबिक, 37 वर्षीय प्रतिमा ने मतदाताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा है. उनके एफिडेविट में कहा गया है कि उनके पास सिर्फ 1200 रुपए की चल संपत्ति है और 20,000 रुपए इलेक्शन के फंड के रूप में है. प्रतिमा रिपब्लिकन पक्ष की ओर से नामांकन भरा है. उनका मकसद है कि वो अपने कैंपेन के जरिए लोगों तक अंबेडकर के विचार पहुंचाना चाहती हैं.
प्रतिमा चुनाव प्रचार के लिए किसी रैली या रोड शो की बजाए लोगों के घर-घर जाकर उनसे जुड़ने का प्रयास कर रही हैं. इस चुनाव में 'शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो' उनका नारा है. प्रतिमा के पति बावर्ची हैं और उनका एक बेटा है. जो कि अभी स्कूल में पढ़ रहा है. समाज में बदलाव लाने के लिए उन्होंने राजनीति में कदम रखने का फैसला किया है.