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तेजस्वी ने सुशील मोदी से पूछाः कपड़े की दुकानवाला खरबपति कैसे बन गया

तेजस्वी ने कहा जो व्यक्ति अपने भाई को रिश्तेदार बताता हो तो सोच लीजिए वह कितना बड़ा फ़्रॉड और दोगला होगा

FP Staff

शनिवार को बिहार की राजनीति का पारा पूरी तरह गर्म रहा. उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच जुबानी जंग ने एक बार फिर राजनीतिक हलकों में सरगर्मी पैदा कर दी है. दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुशील मोदी ने आरोप लगाए इसके बाद तेजस्वी ने ताबड़तोड़ ट्वीट कर जवाबी हमले किए.

तेजस्वी ने कहा 'सुशील मोदी इतने बड़े धांधलीबाज और फरेबी है कि है एक मां की कोख से जन्मे सगे भाई को अपना दूर का रिश्तेदार बताते है. जो व्यक्ति अपने भाई को रिश्तेदार बताता हो तो सोच लीजिए वह कितना बड़ा फ़्रॉड और दोगला होगा? फिर भी कोई उनकी बातों पर यकीन करता है तो समझो वह जानबुझकर जहर पी रहा है.'


उन्होंने कहा 'सुशील मोदी यह साफ क्यों नही करते कि चंद वर्ष पूर्व छोटे से कपड़े की दुकान चलाने वाला उनका चर्चित मोदी खानदान अचानक खरबों का मालिक कैसे बन बैठा? इनके भाई राजकुमार मोदी की 10 हजार करोड़ की रीयल इस्टेट कंपनी आशियाना हाउसिंग इनके उपमुख्यमंत्री बनने के बाद ही आगे क्यों और कैसे बढ़ी?'

प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुशील मोदी ने लगाए थे आरोप 

इससे पहले सुशील मोदी ने लालू परिवार की बेनामी संपत्ति के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि 'लालू प्रसाद की बेटी चंदा यादव ने 2014 में भी अपना पता 1,अणे मार्ग बताया है, जबकि वहां कई साल पहले से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रहते हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि लालू कि बेटी ने अपने पते के रूप में सीएम के पते का इस्तेमाल क्यों किया.'

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी ने यह भी पूछा कि 'आखिर बंद पड़ी कंपनी में काला धन किसने लगाया. लालू और तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि आखिर 76.32 लाख में फेयरग्रो के माध्यम से खरीदी गई जमीन कहां है? उन्होंने कहा कि तेजस्वी पिछली पांच कंपनियों की तहर एक और मुखौटा कंपनी के माध्यम से करोड़ों के सम्पत्ति के मालिक बन गए.'

मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने कहा 'अपनी बहन रेखा मोदी को हजारों करोड़ के सृजन घोटाले में बन्दरबांट कराने में सुशील मोदी ने मदद क्यों की? हवाला कारोबारी ललित छाछवरिया कौन है जो इनके खानदान को खरबों की मनी लॉन्ड्रिंग में मदद करता है? इन्होंने और मुख्यमंत्री नीतीश ने सृजन घोटाले में जांच के आदेश क्यों नहीं दिए?'

खुली बहस को दी चुनौती 

उन्होंने कहा 'सुशील मोदी जांच एजेंसियों एसएफआईओ, ईडी, सीबीआई, आईटी को अपने भाई के काले कारोबार की जांच के लिए क्यों नहीं लिखते? जो खुद घोटालेबाजों का सरगना है, वो आए दिन घोटाला-2 चिल्लाता है पर अपने कुनबे के घोटालों पर चुप्पी साध कर क्यों बैठा है? इनकी सफ़ेद दाढ़ी में घोटालों का काला तिनका क्यों है?'

एक और सवाल किया कि 'सुशील मोदी जी,आप आदरणीय है इसलिए यह तो नहीं कहूंगा कि आप बेशर्म है, लेकिन मेरे द्वारा बार-बार आपकी मनपसंद जगह व समय पर खुली बहस की चुनौती देने के बावजूद आप चुप्पी साधे हुए हैं. शायद अपने खानदान के काले कारनामों व घोटालों के डर से मुझसे बहस करने की आपमें हिम्मत नहीं.'

आरजेडी नेता ने कहा 'सुशील मोदी स्वयं भी जानते है कि वो नीतीश कुमार के कहने पर हमेशा बेशर्मी भरी, बेतुकी और अतार्किक बात करते है. अगर आप ईमानदार है और हम बेईमान तो मुझसे खुली बहस करने में आप क्यों डर रहे है खुलासा मियां? मैं सच्चा हूं इसलिए सीना ठोंक बहस की चुनौती दे रहा हूं. है हिम्मत! बोलो!'