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शशिकला के डर से जयललिता की सेहत की झूठी खबर उड़ाई गई

तमिलनाडु के मंत्री और एआईएडीएमके नेता डिंडीगुल श्रीनिवासन ने जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर अहम खुलासा किया है

Bhasha

तमिलनाडु के वरिष्ठ मंत्री और एआईएडीएमके नेता डिंडीगुल श्रीनिवासन ने कहा कि पार्टी नेताओं ने पिछले साल जयललिता की सेहत के बारे में झूठ बोला था. श्रीनिवासन ने दावा किया कि ऐसा शशिकला के डर से हुआ ताकि लोगों में यह विश्वास बना रहे कि जयललिता की हालत में सुधर हो रहा है.

उन्होंने कहा किसी को भी दिवंगत मुख्यमंत्री से मिलने की इजाजत नहीं दी गई. जो भी वहां आते शशिकला के रिश्तेदार उन्हें यह बताते कि वह (जयललिता) ‘ठीक’ हैं.


शशिकला

शुक्रवार देर रात मदुरै में एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्रीनिवासन ने कहा कि वह जयललिता की सेहत के बारे में झूठ बोलने के लिए एआईएडीएमके कार्यकर्ताओं और जनता से माफी मांगते हैं.

श्रीनिवासन ने कहा कि एआईएडीएमके के मंत्रियों और राष्ट्रीय नेताओं को भी अपोलो प्रमुख प्रताप रेड्डी के कमरे में बैठना पड़ता था. उन्होंने कहा, 'हमने तब झूठ बोला था ताकि पार्टी के राज को छुपाया जा सके. अस्पताल में जयललिता से किसी को मुलाकात की इजाजत नहीं थी.'

श्रीनिवासन ने कहा कि कई साल से जयललिता की करीबी सहयोगी रहीं वी. के. शशिकला को ही उनसे मिलने दिया जाता था.

जयललिता को 22 सितंबर, 2016 को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. संक्रमण और अन्य बीमारियों के लंबे इलाज के बाद पांच दिसंबर के दिन हार्ट अटैक आने से जयललिता की मौत हो गई थी.

शशिकला और जयललिता

जयललिता की मौत की जांच के लिए आयोग के गठन की घोषणा

मुख्यमंत्री के पलानीसामी ने जयललिता की मौत की जांच के लिए हाल ही में एक आयोग के गठन की घोषणा की थी. श्रीनिवासन ने कहा ‘मैं आपसे माफी मांगता हूं. कृपया मुझे माफ कर दीजिए. हमने यह झूठ बोला कि अम्मा (जयललिता) सांभर-चटनी खा रही हैं, चाय पी रही हैं. यह झूठ इसलिए बोला ताकि आप लोगों को इस बात का भरोसा रहे कि उनकी हालत सुधर रही है.'

उन्होंने कहा असल में किसी ने भी अम्मा को इडली खाते हुए या चाय पीते हुए नहीं देखा. यह सब झूठ है. उन्होंने दावा किया कि इसी तरह कुछ नेताओं के अस्पताल में जयललिता से मिलने की खबरें और उनके बयान कि उनकी (जयललिता) हालत सुधर रही है, गलत थे.

श्रीनिवासन ने दावा किया ‘हम एक समय शशिकला से डरे हुए थे और हमने जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोला.’ श्रीनिवासन ने कहा कि शशिकला को बदले हुए हालात की मजबूरी के कारण पार्टी का अंतरिम महासचिव चुना गया था.

डिंडीगुल श्रीनिवासन के दावों और आरोपों पर राज्य के मुख्य विपक्षी दल डीएमके के नेता स्टालिन ने जयललिता की मौत की जांच के लिए गठित आयोग द्वारा जांच शुरू नहीं करने को लेकर सवाल उठाया.

हाल ही में हुई एआईएडीएमके की महापरिषद की बैठक में सर्वसम्मति से शशिकला की अंतरिम महासचिव के रूप में नियुक्ति को रद्द कर दिया गया था. साथ ही उनके द्वारा लिए गए सभी निर्णयों को भी अवैध ठहराया गया था.