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पूर्व हाई कोर्ट जज को मिला जे जयलिलता की मृत्यु की जांच का जिम्मा

जयललिता के निधन के बाद, कई लोगों ने इसके पीछे षड्यंत्र का आरोप लगाया है

FP Staff

तमिल नाडू की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की मृत्यु की जांच के लिए मद्रास हाई कोर्ट के पूर्व जज को नियुक्त किया गया है. सरकार ने पूर्व जस्टिस अरुमुगास्वामी की अध्यक्षता वाला एक जांच आयोग इसका जिम्मा दिया है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने सरकार के इस निर्णय की घोषणा की.

बता दें कि जयललिता के निधन के बाद, कई लोगों ने इसके पीछे षड्यंत्र का आरोप लगाया है. आलोचक जेल में बंद वी.के. शशिकला की ओर अंगुली उठा रहे हैं.


बता दें कि उप मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम की अगुवाई वाले धड़े ने दोनों धड़ों के विलय से पहले मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के नेतृत्व वाले गुट के सामने एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता की मौत की जांच कराने की मांग रखी थी. पलानीस्वामी वाले धड़े में विलय के लिए ये ओ पन्नीरसेल्वम की अगुवाई वाले धड़े की प्रमुख मांग थी.

दीनाकरण ने जयललिता का वीडियो सौंपने को कहा

इससे पहले दरकिनार किए गए अन्नाद्रमुक नेता टी टी वी दिनाकरण ने कहा कि वह सीबीआई समेत किसी भी जांच एजेंसी को उनकी मौसी वी के शशिकला द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता का अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान शूट किया गया वीडियो सौंपने को तैयार हैं. दिनाकरण ने कहा, ‘अम्मा (जयललिता) का वजन घट गया था- यह वीडियो मेरी मौसी (शशिकला) ने खुद शूट किया था. आप सब जानते हैं कि किसी ने भी अम्मा को नाइटी पहने नहीं देखा होगा, किसी पदाधिकारी ने भी नहीं देखा होगा. जब 1989 में दुर्घटना होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी उन्हें देखने आए थे तब भी उन्होंने पूरे कपड़े पहन रखे थे. उन्होंने उस गरिमा को हमेशा कायम रखा.’

मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन करने के आदेश पर दिनाकरण ने कहा कि यह सिर्फ उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम का संदेह दूर करने का प्रयास है, जिन्होंने पहले मामले को लेकर संदेह जताया था.

[न्यूज़ 18 से साभार]